हमीरपुर: प्रदेश में अनुबंध आधार पर सेवाएं दे रहे डॉक्टरों की सैलरी काटने के प्रदेश सरकार के निर्णय पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुनील शर्मा ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता ने सरकार के इस निर्णय को तुगलकी फरमान करार दिया है.
प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुनील शर्मा ने कहा कि इस कोरोनाकाल में डॉक्टर्स फ्रंट लाइन वॉरियर्स हैं,जो इस कठिन समय में सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अनुबंध आधार पर डॉक्टरों का वेतन काटने का तुगलकी फरमान जारी किया है, जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही है. डॉक्टर्स इस संकटकाल में जान जोखिम में डालकर सेवाएं दे रहे हैं.
सुनील शर्मा ने कहा कि सरकार को डॉक्टरों का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन इस तरह के निर्णय से डॉक्टरों का मनोबल बढ़ने के बजाय टूट रहा है. ऐसे कठिन दौर में सेवाएं दे रहे डॉक्टरों को स्पेशल बोनस या पैकेज दिया जाना चाहिए लेकिन उल्टा उनका वेतन काटा जा रहा है. सरकार के इस निर्णय से जाहिर होता है कि बीजेपी सरकार जन हितैषी नहीं है.
कांग्रेस नेता सुनील शर्मा ने कहा कि डॉक्टरों के लिए कांग्रेस पार्टी आवाज उठाएगी. मुख्यमंत्री का यह निर्णय सरकार के दिवालया स्थिति को दर्शाती है. मानव सेवा में दिन-रात जुटे डॉक्टरों का वेतन काटना एक निंदनीय निर्णय है. प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा ने प्रदेश मुख्यमंत्री के निर्णय लेने की क्षमता पर भी सवाल उठाए हैं और कहा है कि सरकार शाम को निर्णय लेती है और सुबह निर्णय बदले जाते हैं.
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