हमीरपुर:हिमाचल में चुनावी साल में हमीरपुर के लिए सरकार के तेवर और सीएम के हेलीकाॅप्टर के रूट दोनों बदल गए हैं. चुनावी बेला में भाजपा सरकार के अंतिम वर्ष में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सीएम जयराम ठाकुर के 'ध्यान' में हैं. बहाना बेशक निजी है लेकिन अब हमीरपुर के लिए सरकार बिजी नहीं है. 23 मई को प्रस्तावित कैबिनेट की बैठक को 26 मई के लिए स्थगित कर अब सरकार हमीरपुर के लिए फ्री हो गई है.
सोमवार को सीएम जयराम ठाकुर हमीरपुर में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनकी धर्मपत्नी शीला धूमल की शादी की 50वीं सालगिरह के (50th wedding anniversary of Prem Kumar Dhumal) समारोह में शामिल होंगे. हमीरपुर की जनता ने अकसर पिछले साढ़े चार सालों में जनसरोकार से जुड़े सीएम जयराम ठाकुर के जिले के दौरे टलते ही देखे हैं. जिला के नादौन, हमीरपुर और बड़सर के सीएम के दौरे साल दर साल टलते रहे, इतना ही नहीं प्रदेश की (CM Jairam visit to Hamirpur) राजनीतिक समीकरणों को बदलने वाली सुजानपुर की जनता को सालों बाद सीएम जयराम ठाकुर के पिछली होली उत्सव को दर्शन हुए.
सुजानपुर में लोगों ने कांग्रेस के राजेंद्र राणा को ही 2017 के चुनावों में जीत नहीं दिलाई थी बल्कि धूमल को हराकर सराज विधानसभा क्षेत्र को शिखर पर पहुंचा कर जयराम ठाकुर को सीएम बनने का मौका दिया था. अब चुनावी साल में सीएम के हैलीकाॅप्टर के पंख सियासी हवा के झोकों से हमीरपुर की ओर ज्यादा उड़ रहे हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि समारोह में सरकार का आना क्या एक 'बहाना' और अब चुनावी साल में धूमल को जरूरी 'मनाना' है.
बदले सियासी समीकरणों से बढ़ गए सीएम के दौरे:सीएम जयराम ठाकुर के हमीरपुर जिले के दौरे चुनावी साल में बढ़ गए हैं. अक्सर मीडिया कर्मी भाजपा नेताओं और खुद जयराम ठाकुर से हमीरपुर से लंबे समय बाद हो रहे दौरों को लेकर कई दफा सवाल कर चुके हैं. सीएम कोविड का तर्क देते थे लेकिन विपक्ष लगातार सीएम जयराम ठाकुर पर हमीरपुर से भेदभाव करने का आरोप लगाता रहा है. साढे़ चार साल में सीएम जयराम ठाकुर ने हमीरपुर के बड़सर विधानसभा का एक दौरा किया और वह भी चुनावी साल में. ऐसा ही कुछ हाल नादौन और सुजानपुर का भी है. यहां पर लोगों को चुनावी साल में पिछले माह ही सीएम जयराम ठाकुर के लंबे समय बाद दर्शन हुए हैं.
बड़े फेरबदल में कांग्रेस हाईकमान का हमीरपुर पर रहा है फोक्स:कांग्रेस हाईकमान ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के गृह जिला से ही प्रदेश कांग्रेस की भावी लीडरशिप को उभारने का प्रयास किया है. हाल ही में बड़े संगठनात्मक फेरबदल में कांग्रेस हाईकमान को हमीरपुर पर अधिक फोक्स दिखा. नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति अध्यक्ष और टिकट आवंटन समिति का सदस्य बनाया गया. सुक्खू के साथ राजेंद्र राणा को अध्यक्ष और जिला के अन्य तीन नेताओं को अहम पद दिए गए. बदले सियासी समीकरणों ने सीएम जयराम ठाकुर और भाजपा की चिताएं यहां पर बढ़ा दी हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बदले सियासी समीरकरणों के कम से कम हमीरपुर जिले में धूमल के बिना भाजपा का चुनावी बेड़ा 2022 के चुनावों में पार नहीं होगा.
सुक्खू ने धूमल का नाम लेकर घेरे सीएम जयराम:हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति अध्यक्ष सुक्खू के धूमल के नाम बहाने सरकार पर पिछले दिनों जनसभा में सियासी हमलों ने प्रदेश में कई चर्चाओं को जन्म दे दिया है. पिछले दिनों ऐतिहासिक गांधी चौक पर सुक्खू ने सीएम जयराम ठाकुर को एक्स सीएम धूमल के बहाने घेरा था. सुक्खू ने बयान दिया था कि वर्तमान भाजपा सरकार में धूमल के बोलने से विभाग के अधिकारी कर्मचारी एक नल तक नहीं लगा रहे हैं और उनकी जयराम सरकार में कोई कद्र नहीं हो रही है. ऐसे में क्या सरकार अब विपक्ष के इन उलाहनों के जबाव में हमीरपुर का रूख कर रही है?
आयोजन में अनुराग ठाकुर की अहम भूमिका, जुटेंगे दिग्गज:पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनकी धर्मपत्नी शीला धूमल की 50 सालगिरह के उपलक्ष्य पर हमीरपुर के बड़ू स्थित बासी पैलेस में 23 मई को एक कार्यक्रम रखा गया है. यह कार्यक्रम धूमल के केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर एवं बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल द्वारा अपने माता-पिता की शादी की गोल्डन जुबली के उपलक्ष्य में रखा गया है. जिसमें प्रदेशभर से धूमल के समर्थक और कई दिग्गज नेता पहुंच रहे हैं. गौरतलब है कि 23 मई को ही प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक तय थी जिसे स्थगित कर अब 26 मई किया गया है.