हमीरपुर:केंद्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान मंगलवार एनआईटी हमीरपुर के छात्रों को काचा बदाम गाने के जरिए शिक्षा का पाठ पढ़ा गए. दरअसल धमेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan Himachal tour) अपने हिमाचल प्रवास के दौरान एनआईटी हमीरपुर में ई-क्लास रूम के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मंच से एनआईटी के छात्रों और फैकल्टी से कुछ समय पहले वायरल हुए कच्चा बादाम गाने के बारे में (Dharmendra Pradhan on kacha badam song) पूछा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कच्चा बादाम गाना तो सबने सुना होगा, जानते हो इसका मतलब क्या है? मालूम है यह गाना कहां से है.
इस दौरान हाॅल में बैठी डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक (DC Hamirpur Dev Shweta Banik) सहित कई लोगों के कहा कि यह गाना बंगाल का है. जिसके बाद मंत्री जबाव सुनकर हंसे और कहा कि डीसी मैडम बंगाली हैं, इसलिए उनको ये बात मालूम है. उन्होंने मंच से कच्चा बादाम गाने को मतलब समझाते हुए कहा कि उनके यहां जब मूंगफली का सीजन शुरू होता है, तो उसे कच्चा बादाम कह कर बेचा जाता है. दरअसल केंद्रीय मंत्री हाॅकर की इस कला के जरिये शिक्षा को इसी तरह से रोचक बनाने का जिक्र कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि हर शहर हर मोहल्ले में एक रेहड़ी या ठेहले वाला जरूर मिल जाएगा जो अपने सामाना को अलग ढंग से बेचता होगा. वह चाहे चंडीगढ़ भी नहीं गया होगा, लेकिन सामान को इस तरह से बेचेगा कि उसका बेचा उत्पाद पेरिस में ही मिलता है. इन उदाहरणों के जरिये केंद्रीय मंत्री हाइटेक तकनीक के जरिये शिक्षा को बेहतर ढंग से विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों को समझाने का प्रयास कर रहे थे. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सूचना, मनोरंजन तकनीक के जरिये बेहतर हो सकता है, तो शिक्षा क्यों नहीं.