हमीरपुर:एनआईटी हमीरपुर में सालों से बतौर सिक्योरिटी गार्ड और सिक्योरिटी सुपरवाइजर के रूप में सेवाएं देने वाली पूर्व सैनिकों को एक झटके में ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. हमीरपुर जिले के निवासी 7 पूर्व सैनिकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.
नौकरी से निकाले गए इन पूर्व सैनिकों ने वीरवार को हमीरपुर में मीडिया कर्मियों से रूबरू होकर एक फिर नौकरी दिए जाने की मांग उठाई है नौकरी से निकाले गए इन पूर्व सैनिकों में से अधिकतर की नौकरी 3 से 6 महीने की ही बची थी.
पूर्व सैनिकों का कहना है कि स्क्रीनिंग कमेटी ने इंटरव्यू के दौरान इनकी नौकरी को सुचारू रखने की बात कही थी, लेकिन उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है पिछले 12 अगस्त को नई सिक्योरिटी कंपनी को टेंडर आवंटित किया गया था जिसके बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. 1 महीने तक वह एनआईटी हमीरपुर के निदेशक और रजिस्ट्रार के पास चक्कर लगाते रहे, लेकिन उनकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई है. एनआईटी हमीरपुर को उन्होंने कोर्ट के माध्यम से लीगल नोटिस भी भिजवाया है, लेकिन अभी तक उसका भी कोई जवाब नहीं मिला है.
14 सालों तक एनआईटी हमीरपुर में बतौर सिक्योरिटी गार्ड काम करने वाले पूर्व सैनिक करमचंद का कहना है कि 14 वर्षों से वह सिक्योरिटी गार्ड का कार्य एनआईटी हमीरपुर में कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अगस्त महीने में नई कंपनी को टेंडर दिया गया था 12 अगस्त को एनआईटी हमीरपुर की स्क्रीनिंग कमेटी ने उनका इंटरव्यू दिया था और उनकी नौकरी को सुचारू रखने के लिए बात इस दौरान कही गई थी.