हमीरपुरः कोरोना संकटकाल में चुनौती को अवसर बनाकर महाराष्ट्र की अंकिता सावलकर ने मिसाल कायम की है. महाराष्ट्र की रहने वाली अंकिता सावलकर इन दिनों हिमाचल में चित्रकला से नए आयाम स्थापित कर रही हैं. वह नागपुर के एक स्कूल में शिक्षक हैं.
उन्होंने बैचलर ऑफ फाइन आर्ट की पढ़ाई करने के बाद मास्टर ऑफ फाइन आर्ट की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह नागपुर के एक स्कूल में बतौर शिक्षक विद्यार्थियों को चित्रकला की पढ़ाई करवा रही हैं, लेकिन मार्च माह के अंतिम सप्ताह में वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगाना पड़ा, जिसके चलते देशभर के शिक्षण संस्थान बंद हो गए.
हमीरपुर में 57 पेंटिंग बनाई
लॉकडाउन की वजह से कई युवाओं का रोजगार छिन गया. अंकिता को भी स्कूल बंद होने के चलते आर्थिक तंगी से जूझना पड़ा. इस दौरान उन्होंने अपने हुनर का सही इस्तेमाल करते हुए कलाकृतियां बनाना शुरू कर दिया. अंकिता वर्तमान में हिमाचल के हमीरपुर में दीवारों पर प्राकृतिक सौंदर्य के रंग उकेर रही हैं. वह वर्तमान में हमीरपुर में 57 जबकि कांगड़ा जिले में 147 पेंटिंग बना चुकी हैं. उनके साथ नागपुर के ही एक अन्य चित्रकार द्रविड़ समेत आधा दर्जन और लोग भी हैं.