हमीरपुर: जिला हमीरपुर की ग्राम पंचायत भगेटू में एक बुजुर्ग दंपत्ति बीमारी की हालत में जर्जर मकान में रहने को मजबूर हैं. उम्र का ये पड़ाव और संभालने वाला कोई नहीं. बुजुर्ग दंपत्ति की कोई संतान नहीं है. अब बुजुर्ग बसंत राम और संध्या देवी एक दूसरे का सहारा हैं.
पिछले 6 दशकों से बुजुर्ग दंपत्ति एक दूसरे का हमसाया बने हैं, लेकिन अब समस्या बढ़ती जा रही है. बुजुर्ग संध्या देवी पिछले कुछ दिनों से बीमार हैं और बिस्तर पर पड़ी हैं. पति बसंत राम किसी तरह से खाने पीने का गुजारा कर रहे हैं. इस बुजुर्ग दंपत्ति को प्रदेश सरकार की तरफ से सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिल रही है. पिछले कई सालों से दोनों सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर जी रहे हैं, लेकिन बढ़ती उम्र और दवाइयों के जरूरत के साथ अब यह भी नाकाफी साबित हो रही है. मकान जर्जर हो चुका है जो कभी भी गिर सकता है.
डेढ़ दशक बाद यह मकान फिर जर्जर हो गया है:बता दें कि साल 2007-08 में इस मकान के लिए इंदिरा आवास योजना (Pradhan Mantri Gramin Awas Yojana) के तहत पैसा सरकार की तरफ से दिया गया था, लेकिन अब मकान की हालत बेहद ही जर्जर है. स्थानीय पंचायत के पूर्व प्रधान कंचन ठाकुर ने इस बारे में कहा कि पूर्व में इस दंपत्ति के मकान के निर्माण के लिए इंदिरा आवास योजना के तहत कितनी राशि दी गई थी. अब डेढ़ दशक बाद यह मकान फिर जर्जर हो गया है.
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'भगवान और सरकार से यही चाहते हैं':प्रधान रहते हुए पूर्व प्रधान कंचन ठाकुर ने दोनों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए प्रयास किया और अब उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन तो मिल रही है. अब यह सामाजिक सुरक्षा पेंशन (Social Security Pension) भी नाकाफी साबित हो रही है. सरकार से इस बुजुर्ग दंपत्ति को मदद की दरकार है. बुजुर्ग बसंत राम कहते हैं कि कुछ पैसे होते तो वह मकान की मरम्मत करवा लेते. भगवान और सरकार से यही चाहते हैं कि कुछ मदद हो जाए, ताकि जर्जर हो रही इस मकान की मरम्मत कर सकूं और गुजर बसर हो सकूं.
इलाज के सख्त जरूरत: एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव टोनी ठाकुर कहते हैं कि वह लॉकडाउन में भी परिवार से मिलने के लिए गए थे और राशन भी दिया था. उसमें दोनों दंपत्ति के सेहत अच्छी थी, लेकिन अब बुजुर्ग मां बीमार हैं. सरकार की तरफ से सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है, लेकिन इन्हें इलाज के सख्त जरूरत है. यह दोनों बुजुर्ग दंपत्ति ब्रेड खा कर गुजारा कर रहे हैं. हिमाचल जैसे राज्य में यदि कोई इस स्थिति में है तो यह सब के लिए ही शर्म की बात है.
वहीं, एसडीएम हमीरपुर चिरंजीलाल चौहान का कहना है कि इस विषय पर जानकारी ली जाएगी. मीडिया के माध्यम से ही उन्हें जानकारी प्राप्त हुई है यदि ऐसा है तो इस बुजुर्ग दंपत्ति की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे.
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