हमीरपुरःशिक्षा विभाग की ओर से हर साल शिक्षक दिवस पर प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवाचार और प्रयासों के लिए सम्मानित किया जाता है. इसके पीछे का उद्देश्य शिक्षकों को उनकी ओर से किए जा रहे कार्यों के लिए सराहना और उन्हें इस तरह के कार्य करते रहने की प्रेरणा देना है. इसी उद्देश्य से सोमवार को भी 17 शिक्षकों को शिमला में सम्मानित किया गया. पहले ये कार्यक्रम शिक्षक दिवस के अवसर पर 5 को सितंबर शिक्षक दिवस पर आयोजित होना था, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था.
इनमें जिला हमीरपुर के 2 शिक्षकों को राजकीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया है. राज्यपाल और शिक्षा मंत्री ने शिमला में आयोजित समारोह में ये सम्मान दिया है. दोनों शिक्षकों ने सम्मान पाकर राज्यपाल, शिक्षा मंत्री सहित प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया है. शिक्षकों ने इस पुरस्कार का श्रेय अपने माता-पिता, परिजनों और छात्रों को दिया है. राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लंबलू के सीएंडवी डॉ. तिलक राज शास्त्री और राजकीय प्राथमिक पाठशाला झगड़ियानी की केंद्रीय मुख्य शिक्षक प्रमिला देवी को यह सम्मान मिला है. डॉ. तिलक ने पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को सिखाए नैतिक मूल्य और अनुशासन का पाठ पढ़ाया है.
33 साल के शैक्षणिक करियर में उन्होंने छात्रों को प्रतिष्ठित पदों पर पहुंचने के लिए अनुशासन व कर्तव्य निष्ठा का पाठ पढ़ाया है. इनके पढ़ाए हुए छात्र कई प्रतिष्ठित पदों पर देश-प्रदेश की सेवा कर रहे हैं. पढ़ाई के अलावा विभिन्न मंचों पर जाकर छात्रों को नैतिक मूल्य, अनुशासन और पठन पाठन के अलावा अन्य गतिविधियों के प्रति डॉक्टर शास्त्री हमेशा जागरूक करते आए हैं. इन्होंने साल 1987 में बोहनी स्कूल से बतौर पीटीए अध्यापक अपने करियर की शुरुआत की थी.