धर्मशाला: कांगड़ा जिले में केंद्र सरकार की ओर से चल रही विभिन्न योजना की समीक्षा के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक ( Anurag Thakur held a virtual meeting from Delhi) की अध्यक्षता की. इस बैठक में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद किशन कपूर बैठक में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों से केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं की वास्तविक जानकारी ली और योजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना अधिकारियों का मुख्य दायित्व है. उन्होंने कहा कि अनेक क्षेत्रों से ऐसी शिकायतें प्राप्त होती हैं कि योजनाओं की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध न होने के कारण उसका लाभ समय पर पात्र लोगों तक नहीं पहुंच पाता है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ योजनाओं एवं कार्यक्रमों के कारगर कार्यान्वयन के लिए उचित कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी, पर्यटन और उद्योग लगाने में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं. इस दिशा में अधिकारियों को सार्थक प्रोजेक्ट तैयार करके युवाओं को इन परियोजनाओं से जोड़ने के साथ स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए. इस दिशा में कृषि, बागवानी तथा उद्योग विभाग को संयुक्त प्रयास करने चाहिए. ताकि कृषि-बागवानी उत्पादन के साथ-साथ उसकी उचित खपत सुनिश्चित होने के साथ किसानों तथा बागबानों की भी आर्थिक स्थिति सुद्ढ़ हो सके.
220 टीबी रोगियों की पहचान गंभीर विषय: उन्होंने स्थानीय किसानों को ई-मान पोर्टल से जोड़ने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि किसानों को अपने उत्पाद के बेहतर दाम मिल सके. अनुराग ठाकुर ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान में टीबी रोगियों की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान जिले में 220 टीबी रोगियों की पहचान होना एक गंभीर चिंतन का विषय है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस संदर्भ में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए.