HAMIRPUR: पानी की टंकी में डूबने से चार वर्षीय मासूम की मौत:हमीरपुर जिले की ग्राम पंचायत पटेरा (Patera Panchayat of Hamirpur) के जिंदवी ब्राह्मणा गांव में सोमवार को पानी की टंकी में डूबने से चार वर्षीय बच्चे की मौत (Child dies after drowning in water tank) हो गई है. हालांकि परिजनों ने पुलिस में मामला दर्ज नहीं करवाया है. जानकारी के मुतबिक सोमवार शाम को चार वर्षीय मासूम तनिष्क कुमार की घर के आंगन में रखी पानी की टंकी में डूबने से मौत हो गई. इस बच्चे की मां कपड़े धोने के लिए घर के साथ लगती बावड़ी पर गई हुई थी.
शिमला पुलिस ने 15 मोबाइल ढूंढ निकाले, वापस मिलते ही लोगों की मुस्कान लौटी:शिमला जिले से जिले में गायब हो रहे मोबाइल फोन को ढूंढने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है. पुलिस ने 5 अप्रैल से 2 मई के बीच गायब हुए 15 मोबाइल फोन ढूंढ निकाले. जैसे ही लोगों के मोबाइल फोन गायब हुए थे तो लोगों ने पुलिस को इसकी शिकायत की (Shimla Police returned the lost mobiles)थी. पुलिस ने मोबइल फोन लोगों को वापस दे दिए.
घुमारवीं में नई बॉक्सिंग अकादमी का शुभारंभ, जल्द शुरू होगा संचालन:क्रिकेट में बिलासपुर का नाम रोशन करने वाले बीसीसीआई सीनियर टूर्नामेंट कमेटी (BCCI Senior Tournament Committee) सदस्य और बिलासपुर क्रिकेट संघ के सचिव विशाल जगोता ने सोमवार को घुमारवीं में नई खेल बाॅक्सिंग अकादमी का शुभारंभ (Boxing Academy inaugurated in Ghumarwin) किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि खेल चाहे कोई भी हो खिलाड़ियों को खेल संबंधी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना उनकी नैतिक जिम्मेवारी है, ताकि बिना सुविधाओं को टेलेंट गुमनाम न हो जाए.
हिमाचल में शिमला, कांगड़ा और सोलन को सबसे अधिक जख्म दे रहे सड़क हादसे, लाहौल-स्पीति सबसे सुरक्षित:पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को सड़क हादसे (road accidents in himachal) गहरा जख्म देते हैं. हिमाचल की सड़कें हादसों के प्रति संवेदनशील हैं और सभी प्रयास करने के बावजूद दुर्घटनाएं थम नहीं रहीं हैं. न साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इन तीन जिलों में 1354 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से प्रदेश का सबसे छोटा जिला लाहौल-स्पीति सबसे सुरक्षित है.
4 से 7 जून तक शिमला के रिज मैदान पर होगा समर फेस्टिवल का आयोजन:राजधानी शिमला में दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय शिमला समर फेस्टिवल आयोजन (International Summer Festival Shimla) होने जा रहा है. कोरोना के चलते दो साल तक समर फेस्टिवल का आयोजन नहीं किया जा सका था. वहीं, इस साल कोरोना के मामले कम होने पर जिला प्रशासन ने 4 जून से 7 जून तक रिज मैदान पर फेस्टिवल करने का फैसला लिया है.