कांगड़ाः करोना महामारी से निपटने के लिए हर कोई अपना योगदान देने में लगा है. डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टॉफ व पुलिस प्रशासन करोना से जंग जीतने के लिए दिन-रात एक कर रहें हैं. ऐसे में जिला कांगड़ा के अंतर्गत विकास खंड इंदौरा के अधीन गांव मलाहड़ी के अशोक पठानिया करोना को हराने की जंग दिन-रात लड़ रहे हैं.
अशोक पठानिया 'ग्रहणी स्वरोजगार महिला संघ' गठित कर अपने क्षेत्र की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने में जुटे हुए हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता अशोक पठानिया यहीं नहीं आज तक उन्होंने इस मिशन के लिए लाखों रुपए मूल्य की अपनी पुश्तैनी जमीन तक बेच दी और आज उनके ऐसे प्रयासों से इंदौरा और फतेहपुर ब्लॉकों की अनेक महिलाए इस योजना से जुड़ी हैं. अशोक पठानिया के सार्थक प्रयासों से आज महिलाए स्वयं रोजगार को अपनाकर और अच्छा लाभ प्राप्त कर अपने परिवारों का पालन पोषण कर रही हैं.
वहीं, लॉक डाउन के दौरान भी सेवा में लगे अशोक पठानिया ने बताया के जिस दिन हमारे संघ ने कार्य का शुभारंभ किया था. उस समय मुख्य अतिथी के रूप में इंदौरा की विधायक रीता धीमान ने संघ को अपनी ओर से 15 हजार की राशि दी थी. लॉक डाउन होने पर उस राशि से मॉस्क के लिए कपड़ा खरीदकर संघ की महिलाओं ने निशुल्क मॉस्क तैयार किये और आज तक 8 से 10 हजार मास्क इंदौरा की जनता को मुफ्त में बांटे जा रहे हैं.
अशोक पठानिया अपनी निजी गाड़ी से चलकर पूरा दिन सार्वजनिक स्थलों ,पुलिस थानों-चौकीयों, दफ्तरों , अस्पतालो और हर विभाग की सरकारी और स्टाफ की निजी गाड़ियां जोकि रोजाना कर्फ्यू के दौरान प्रयोग की जा रही हैं ओर हर जगह लगाए गए पुलिस ने नाकों को स्प्रे करके सेनेटाइज कर रहे हैं और रास्ते मे आते जाते कोई भी वाहन मिलता है तो उसे रोक कर सेनेटाइज कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह काम तब तक जारी रहेगा जब तक कोरोना को हरा नहीं देते. उन्होंने इस अवधि में 1000 के करीब कपड़े के बने थैले अस्पताल स्टाफ, पुलिस स्टाफ को संघ की ओर से निशुल्क दिए ताकि उनको सामान ले जाने में मुश्किलों का सामना ना करना पड़े