पालमपुर/धर्मशाला:हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 परीक्षा एवं मूल्यांकन पर एक संगोष्ठी का आयोजन वीरवार को किया गया. इस संगोष्ठी में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार मुख्य अतिथि रहे, जबकि सांसद किशन कपूर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. डॉ. वरिन्द्र भाटिया उपाध्यक्ष पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे.
संगोष्ठी में कांगड़ा, बिलासपुर, ऊना, लाहौल स्पीति, शिमला हमीरपुर, सिरमौर व कुल्लू के उप निदेशक (शिक्षा) उपस्थित थे. हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 परीक्षा एवं मूल्यांकन के बारे में बोर्ड द्वारा शिक्षकों के साथ कार्यशालाओं के आयोजन से प्राप्त सुझावों के बारे में विस्तृत रूप से विचार व्यक्त किये. डॉ. वरिन्द्र भाटिया उपाध्यक्ष पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में छात्र हित के सभी पहलुओं को अधिमान दिया गया.
सांसद किशन कपूर ने अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 परीक्षा एवं मूल्यांकन के बारे में जो पहलू तैयार किया वह छात्र हित में है. बोर्ड के अध्यक्ष, सचिव व अन्य अधिकारी-कर्मचारी इसके लिए बधाई के पात्र हैं. शांता कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बच्चों के सर्वांगीण विकास का पूरा ध्यान रखा गया, ताकि बच्चे पढ़ाई को बोझ न समझें और परीक्षा के दौरान तनाव में न आएं इन सभी विचारों पर गहराई से मंथन कर के शिक्षा नीति तैयार की गई है.