कांगड़ा: जिला में गुरुवार को पौंग बांध विस्थापितों ने अपनी मांग को लेकर राजा का तलाब मार्ग पर चक्का जाम किया, जिससे मार्ग पर यातायात व्यवस्था ठप्प हो रही. इसी बीच पौंग बांध विस्थापितों ने प्रदेश और केन्द्र सरकार को चेताया कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो करो या मरो की नीति पर चलते हुए आंदोलन करेंगे.
पौंग बांध विस्थापितों ने आरोप लगाया है कि जब भी प्रदेश में चुनाव आते हैं तो दोनों पार्टियों को विस्थापितों की याद सिर्फ वोट के लिए आती है, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद दोनों दल पौंग बांध विस्थापितों को भूल जाते हैं. उन्होंने कहा कि आखिरकार विस्थापितों की अनदेखी का क्या कारण है.
विस्थापितों ने बताया कि जब देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने उनके हक में फैसला सुनाया है, तो उसे लागू क्यों नहीं किया जा रहा है. ऐसे में सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले की अवमानना की जा रही है. पौंग बांध विस्थापितों के चक्का जाम में शामिल समिति के सदस्यों ने कहा कि पौंग डैम बनने के समझौते के अनुसार आज तक विस्थापितों को राजस्थान में जमीन नहीं मिल पाई है. 47 साल से विस्थापित प्रदेश , केंद्र और राजस्थान सरकार से हक मांग रहे हैं, लेकिन आज तक हक नहीं मिला .
बता दें कि पौंग बांध विस्थापितों द्वारा राजा का तलाब मार्ग पर चक्का जाम करने की सूचना मिलते ही डीएसपी नूरपुर साहिल अरोड़ा व डीसी आर अश्वनी सूद ने घटनास्थल पर जाकर पौंग बांध विस्थापितों को समझाया. इसी बीच डीसी आर अश्वनी सूद ने पौंग बांध विस्थापितों को 15 दिन के भीतर विस्थापितों के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक उच्चाधिकारियों के साथ करवाने का आश्वासन दिया.