कांगड़ा/धर्मशाला: धर्मशाला में लोगों को पेट्रोल और डीजल की कमी का सामना करना पड़ रहा है. पंपों में तेल लेने आ रहे ग्राहकों को उनकी मांग के अनुसार सप्लाई नहीं दी जा रही है. हालांकि पंप मालिकों का कहना है कि धर्मशाला में पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर सरकार की और से उन्हे सरकारी गाड़ियों के लिए तेल रिजर्व रखने को कहा गया है. जिसको लेकर उन्होंने तेल की सप्लाई को कम किया हुआ है.
Petrol Diesel Crisis: धर्मशाला में पेट्रोल-डीजल की कमी, सरकारी गाड़ियों के लिए तेल रिजर्व रखने का आदेश
धर्मशाला में लोगों को पेट्रोल और डीजल की कमी का सामना करना पड़ रहा है. पंपों में तेल लेने आ रहे ग्राहकों को उनकी मांग के अनुसार सप्लाई नहीं दी जा रही है. धर्मशाला और इसके आस-पास के (petrol diesel shortage in Dharamshala) पेट्रोल पंपों पर दो पहिया वाहनों में 300 रुपये और चार पहिया वाहनों में 500 रुपये तक ही तेल भरा जा रहा है, जिसको लेकर पर्यटकों के साथ लोगों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
धर्मशाला और इसके आस-पास के पेट्रोल पंपों पर दो पहिया वाहनों (petrol diesel shortage in Dharamshala) में 300 रुपये और चार पहिया वाहनों में 500 रुपये तक ही तेल भरा जा रहा है, जिसको लेकर पर्यटकों के साथ लोगों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पेट्रोल पंप मालिकों का यह भी कहना है कि पीछे से तेल की सप्लाई न आने के कारण उन्हे भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. तेल कंपनियों की तरफ से आपूर्ति कम करने से जिले में कई जगह पेट्रोल की कमी हो गई है.
धर्मशाला कोतबाली स्थित पेट्रोल के मालिक दवेंद्र पठानिया ने बताया कि हालांकि उन्होंने तेल की सप्लाई को कम किया है, लेकिन बसों में उनकी मांग के अनुसार ही तेल दिया जा रहा है. जबकि पर्यटकों को भी देख-रेख के बाद पेट्रोल की सप्लाई पूरी दी जा रही है. उन्होंने कहा की उन्हे प्रदेश सरकार की और से लेटर जारी किए गए हैं कि पंप में आने वाले वाहनों को 300 व 500 रुपये से अधिक का तेल न दिया जाए. उन्होंने कहा की सरकार भी परेशान न हो और ग्राहक भी. इसको लेकर तेल की सप्लाई बेशक कम है, लेकिन इसे रोका नहीं गया है.
वहीं, इस बार पेट्रोल पंप में वाहनों में तेल भरवाने आए कुछ (petrol diesel shortage in Dharamshala) लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें मांग के अनुसार पेट्रोल व डीजल नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा सरकार को चाहिए था कि पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को देखते हुए पंपों पर पर्याप्त मात्रा में तेल की खप्त रखनी चाहिए थी. ताकि किसी को भी परेशानियों का सामना न करना पड़ता. बता दें कि पूरे प्रदेश में यही हालात हैं. तेल कंपनियों की तरफ से आपूर्ति कम करने से हिमाचल में कई जगह पेट्रोल की कमी हो गई है.