धर्मशालाः साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप और हत्या कांड में आज करीब सवा सात साल के बाद इंसाफ हुआ है. शुक्रवार को सुबह 5:30 बजे निर्भया के चारों दोषियों को फांसी दी गई. निर्भया के दोषियों को फांसी दिए जाने पर महिलाओं में उत्साह है. वहीं, महिलाओं में न्यायपालिका पर भी विश्वास बढ़ा है.
इसे लेकर प्रदेश की शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी ने इंसाफ की जंग जीतने के लिए निर्भया के अभिभावक और उनकी वकील को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि निर्भया को 7 साल बाद इंसाफ मिला है. उन्होंने कहा कि गुनहगारों को आज उनके अपराध की सजा मिली है.
सरवीण चौधरी ने कहा कि इस फैसले से महिलाओं और बेटियों में न्याय प्रक्रिया पर विश्वास बढ़ा है. उन्होंने कहा कि ये भी सच है कि निर्भया को इंसाफ मिलने में लंबा समय लगा. ऐसे मामलों को तत्परता के साथ फास्टट्रैक मे हल किया जाना चाहिए, ताकि पीड़िता और उसके परिवार को इंसाफ के लिए लंबा इंतजार न करना पड़े.
गौरतलब है कि सात साल 3 महीने और तीन दिन पहले यानी 16 दिसंबर 2012 को देश की राजधानी में हुई इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. सड़कों पर युवाओं का सैलाब इंसाफ मांगने के लिए निकला था और आज जाकर उसका नतीजा निकला है. शुक्रवार सुबह दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद लोगों ने तिहाड़ जेल के बाहर मिठाई भी बांटी.
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