कांगड़ा:हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर कांगड़ा जिले के दो दिवसीय दौरे पर (Himachal Governor Kangra Tour) हैं. आज उनके दौरे का अंतिम दिन है. ऐसे में राज्यपाल सुबह साढ़े दस बजे नगरोटा बगवां में भारत के सबसे पुराने ऐतिहासिक मधुमक्खी पालन शोध केंद्र (Bee Research Center Hatwas) का दौरा करेंगे.
इस केंद्र में हिमाचल प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों से किसान मधुमक्खी पालन को सीखने के लिए पहुंचते (Governor visit Bee Research Center Hatwas) हैं. इस केंद्र की स्थापना पंजाब प्रांत के ल्यालपुर महाविद्यालय के कृषि विभाग ने 1936 में की थी.
इस केंद्र का उद्देश्य भारतीय मौन, एपिस इंडिका से मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित कर किसानों को इस व्यवसाय से जोड़ना और उनकी आर्थिकी को मजबूत करना है. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से 1970 तक और 1978 से वर्तमान में यह चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर का अंग है.
बता दें, हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर आज सोमवार को सुबह 9 बजे बी कीपिंग रिचार्ज स्टेशन नगरोटा बगवां के लिए रवाना हुए. वहीं, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का दोपहर 2 बजे पालमपुर से जोगिंदर नगर के लिए रवाना होंगे. करीब 3 बजे हर्बल गार्डन जोगिंदर नगर (Herbal Garden joginder nagar) का निरीक्षण के लिए पहुंचेंगे. उसके बाद राज्यपाल अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए मंडी रवाना हो जाएंगे. राज्यपाल रात्रि विश्राम वहीं करेंगे. इसके बाद आठ फरवरी को दोपहर करीब डेढ़ बजे शिमला के लिए रवाना हो जाएंगे.
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