कांगड़ा:पर्यटन और हिमाचल एक दूसरे के पर्यायवाची हैं. हिमाचल प्रदेश पर्यटन के लिए एक खूबसूरत हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है. लेकिन कोविड -19 ने कई उद्योगों, व्यापार और मानव जीवन को विकृत कर दिया (Himachal Aam Aadmi Party) है. आम आदमी पार्टी के स्टेट कोऑर्डिनेटर निशांत कपिल ने बताया कि आम आदमी पार्टी हिमाचल में पर्यटन क्षेत्र के महत्व को जानती है और पार्टी ने हिमाचल में पर्यटन के लिए एक विशेष विंग बनाया है. उन्होंने कहा कि उन्हें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि इस विंग को सिर्फ हमारी पार्टी ने बनाया है.
उन्होंने कहा कि आज 23 मार्च के इस सम्मानित दिन पर हमारी पार्टी 12 जिलों के 12 जिला अधिकारियों को ज्ञापन दे रही है. इस दिन हमारी पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया है. उन्होंने कहा कि पर्यटन और परिवहन क्षेत्र के लिए मदद मांगने को लेकर ज्ञापन दिया गया (Aam Aadmi Party submitted memorandum) है. उन्होंने कहा कि हमारे लोग जो पर्यटन गतिविधियों में लगे हुए हैं, उन्हें कोविड-19 के दौरान और कोविड-19 के बाद कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है.
हिमाचल में आम आदमी पार्टी ने अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन. उन्होंने कहा कि हमारे कई होटल व्यवसायी अब एनपीए हैं, यह 2 साल के लॉकडाउन और भय की स्थिति के कारण है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई होटलों में बैंकों ने ताला लगा दिया है. इससे और अधिक बेरोजगारी बढ़ी (Aam Aadmi Party on tourism) है. उन्होंने कहा कि एक होटल कम से कम 20 परिवारों को प्रत्यक्ष रोजगार और कई लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है और कई ऐसे लोग हैं जो टैक्सियों से आजीविका कमा रहे हैं, लेकिन ईएमआई का भुगतान न करने के कारण उन्हें अपनी टैक्सियां बेचनी पड़ती हैं. वहीं कई टैक्सी ऑपरेटरों को कर की समस्या का सामना करना पड़ रहा है और कोई राहत प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें प्रदान नहीं की जा रही है.
दिशांत कपिल ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 में आपदा की स्थिति में राहत प्रदान करने का प्रावधान है और अधिनियम में धारा 12 के तहत प्रावधान हैं. लेकिन यह सरकार पर्यटन गतिविधियों में लगे लोगों को कोई राहत देने में दिलचस्पी नहीं ले रही है. दिशांत ने कहा कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन का योगदान लगभग 10 प्रतिशत है. जबकि राज्य के रोजगार में 15 प्रतिशत से अधिक योगदान, इन सुविधाओं के बावजूद सरकार इस क्षेत्र की अनदेखी कर रही है, जो कि बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के स्वयंसेवक हिमाचल के 12 जिलों के 12 जिला अधिकारियों को ज्ञापन दे रहे हैं ताकि पर्यटन से जुड़े लोगों को थोड़ी छूट मिल सके. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार इस मामले पर गंभीरता से विचार करेगी और पर्यटन क्षेत्र को राहत देगी.
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