पालमपुरःकांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन जगदीश सिपहिया ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार के समय में सहकारी सभाओं के हाथ कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है. सहकारी सभाएं विकास के लिए एक अहम रोल अदा करती हैं, लेकिन प्रदेश सरकार तो केसीसीबी के चुनाव भी समय पर नहीं करवा पाई है.
केसीसीबी के निदेशक पद का चुनाव जीतने का दावा करते हुए सिपहिया ने कहा कि यह चुनाव तीन साल पहले करवाए जाने चाहिए थे. अब जबकि इस सरकार का कार्यकाल दो साल का रह गया है तब सरकार को चुनाव करवाने की याद आ रही है. भाजपा सरकार ने नोटिफिकेशन जारी की है कि कोई भी सहकारी सोसायटी 20 हजार रूपये से अधिक रुपये न निकाल सकती है ना जमा करवा सकते हैं जो सरासर गलत है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार को इस निर्णय को वापस लेना चाहिए.
जगदीश सिपहिया ने कहा कि केंद्र सरकार दो महीनों से सुशांत सिंह राजपूत मामले से लोगों को उलझा रही है. उनसे भी बड़े कलाकार मौत के मुंह मे गए, उनके लिए किसी ने इतना महत्व नहीं दिया. ये बहुत ही घटिया राजनीति की जा रही है. सबको डराया जा रहा है. युवाओं के पास कोई रोजगार नहीं है. सरकार हर मोर्चे पर विफल रही हैं. देश का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है और सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है. सरकार की स्थिति बहुत ही दयनीय है.
जगदीश सिपहिया ने बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ की गई ब्यानबाजी की निंदा करते हुए कहा कि वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह को प्रदेश की जनता एक आदर्श मानती है, लेकिन उनके खिलाफ भाजपा महिला मोर्चा द्वारा की गई नारेबाजी निंदनीय है.
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