धर्मशाला: प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला (himachal second capital Dharamsala) में नए साल के जश्न के लिए बाहरी राज्यों से सैलानियों का पहुंचने का सिलसिला जारी है. आलम ये है कि होटलों की बुकिंग भी 90 फीसदी तक फुल हो गई है. कोविड के इस काल में नए वेरिएंट की आहट के साथ प्रदेश सरकार की ओर से हालांकि अभी कुछ शर्तें, तो कुछ रियायतें लोगों को आवाजाही के लिए दी गई (tourists crowd gathered in dharamshala) है. बावजूद इसके अभी भी ग्लोबल सिटी मैक्लोड़गंज (Global City Mcleodganj) जैसे शहरों में कई सैलानी और आम लोग बिना मास्क के बेरोकटोक घूम-फिर (New Year Celebration In Dharamshala) रहे हैं.
हालांकि लंबे समय के बाद पर्यटन क्षेत्रों में बहार लौटी है और लोग भी लंबे अरसे के बाद घर से बाहर खुलकर निकल पा रहे हैं. मगर ओमीक्रोन जैसे कोविड के नये वेरियंट ने सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ा रखी है कि कहीं ऐसा न हो कि नये साल के जश्न में ओमीक्रोन ही प्रदेश में अंदर घुस आए और जिन हालातों के साथ पहले प्रदेश को गुजरना पड़ा है, भविष्य में भी उन्हीं हालातों से दो-चार होना पड़ जाए. इसके लिए सरकार की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है कि नया साल तो सेलिब्रेट किया जाएगा और सैलानियों को भी आने पर कोई पाबंदी नहीं रखी जाएगी. मगर रात को नए साल की सेलिब्रेशन नहीं होगी.
पर्यटन नगरी धर्मशाला में पहुंचने वाले लोग कोविड के नए वेरिएंट को लेकर अब कितने सजग हैं और नए साल पर उनका क्या कार्यक्रम है, इसी बात का जायजा लेने जब ईटीवी भारत की टीम ग्लोबल सिटी मैक्लोड़गंज पहुंची तो, वहां पाया कि बहुत से सैलानियों को इस बात की परवाह ही नहीं है कि मास्क भी पहनकर चलना है. हालांकि चालान और पुलिस के डर से लोगों ने हाथ में और गले में मास्क जरूर डाल रखा था. मगर नाक और मुंह से मास्क को पूरी तरह से नहीं ढंका था. ऐसा नहीं कि सभी इसी तरह से नजर आए, कुछ लोगों ने मास्क को सही तरीके से पहना (tourists crowd gathered in hp) था.