धर्मशाला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर कोई नाम पते के साथ पत्र लिखे तो उसकी जांच की जाएगी, लेकिन कोई भी पत्र लिखकर भेज दे तो और उसमें नाम पता न हो तो उस पर संज्ञान लेने की आवश्यकता नहीं है. दरअसल ये बात उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान दी.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अरेरा के मामले पर कहा कि इसका एक प्रोसेस होता है इसलिए इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मीटिंग का शेडयूल हाईकोर्ट के जस्टिस धर्मचंद चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ है. अनावश्यक रुप से कुछ लोग अपनी भड़ास निकालने के लिए ये आरोप लगाते हैं.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बात की खुशी है कि पिछले 2 दिनों से चल रहे सदन में गतिरोध के बीच तीसरे दिन की कार्यवाही सुचारू रूप से चली है. उन्होंने कहा कि सदन के अंदर जहां प्रश्नकाल में चर्चा हुई वहीं प्रश्नकाल के बाद नियम 62 के तहत तीन ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा की गई. इसके बाद नियम 130 के तहत स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चर्चा की गई है.
बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर ने सदन की तीसरे दिन कार्यवाही पूरी होने के बाद पत्रकारों से रूबरू हुए और कहा कि बुधवार को विपक्ष ने सदन में पत्र बम का जिक्र करने का प्रयास किया है, लेकिन उनके कार्यकाल में भी ऐसे पत्र घूमते रहे हैं.