कांगड़ा: कोरोना काल में अस्पतालों में सफाई व्यवस्था को बरकरार रखने में सफाई कर्मचारियों ने फ्रंट लाइन पर खड़े रहकर काम किया है. जिसके लिए इन सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा के रूप में प्रशस्ति पत्र से भी नवाजा गया था, लेकिन ज्वालामुखी अस्पताल में तैनात सफाई कर्मचारियों को अब विभाग ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. यहां तक उन्हें पिछले 5 महीनों से तनख्वाह भी नहीं दी गई है.
बता दें कि ज्वालामुखी अस्पताल में 9 सफाई कर्मचारियों को बाहर निकाला गया है. यह सभी सफाई कर्मचारी रोगी कल्याण समिति ज्वालामुखी के तहत कार्यरत थे. पिछले कई दिनों से अपनी मांगों के समाधान को लेकर ये कर्मी प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन इनकी सुध कोई भी नहीं ले रहा है. ऐसे में गुस्साए कर्मियों ने शुक्रवार को एक समाज सेवी संस्था के साथ मिलकर धर्मशाला अस्पताल के बाहर सरकार द्वारा दिए गए (Demonstration of sanitation workers in Dharamshala ) प्रशस्ति पत्र को एक जगह इकट्ठा कर किया और उन पर हार चढ़ा दिए. उसके बाद सीएमओ कांगड़ा सुदर्शन गुप्ता से सफाई कर्मियों ने मुलाकात की और उनके समक्ष अपनी मांग रखी.