जयसिंहपुर/कांगड़ा: तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश (coonoor helicopter crash) में हिमाचल जयसिंहपुर के बेटे ने भी बलिदान दिया है. वीर भूमि हिमाचल के 29 वर्षीय बेटे के बलिदान की सूचना के बाद जयसिंहपुर में मातम पसरा हुआ है. लांस नायक विवेक कुमार सीडीएस बिपिन रावत के पीएसओ (CDS Bipin Rawat PSO Vivek Kumar) थे. विवेक नवंबर में ही छुट्टी काटकर वापस ड्यूटी पर लौटे थे. शहीद विवेक कुमार के परिवार के आज डीएनए सैंपल भरे गए और इन सैंपल को लेकर के आर्मी के जवान दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. वहीं, आशंका जताई जा रही है कि शुक्रवार शाम तक लांस नायक विवेक कुमार का पार्थिव शरीर (body of Lance Naik Vivek Kumar ) उनके पैतृक गांव ठेढु में लाया जाएगा. उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बताया जा रहा है विवेक ने बुजुर्ग पिता रमेश चंद (Family of Lance Naik Vivek) से जनवरी में फिर से आने का वादा किया था, लेकिन वह दुखद हादसे में शहीद हो गया. जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर उपमंडल के ठेहडू गांव में हर शख्स उदास है. बताया जा रहा है विवेक पहले जैक राइफल में थे व बाद में पैरा कमांडो में सेवाएं दे रहे थे. विवेक की ड्यूटी वीआईपी की सुरक्षा में लगी थी. विवेक की बीते वर्ष 2020 में ही शादी हुई थी और उनका छह माह का बेटा है. घर पर पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. शादी के दो साल के भीतर ही उसका सुहाग उजड़ गया तो छह माह के मासूम से पिता का साया उठ गया.
coonoor helicopter crash: शुक्रवार को पैतृक गांव पहुंचेगा लांस नायक विवेक कुमार का पार्थिव शरीर, गांव में गम का महौल - शहीद विवेक कुमार का पैतृक स्थान
तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश (coonoor helicopter crash) में वीर भूमि हिमाचल के 29 वर्षीय बेटे लांस नायक विवेक कुमार के बलिदान (Vivek Kumar Martyred in Helicopter Crash) की सूचना के बाद जयसिंहपुर में मातम पसरा हुआ है. विवेक कुमार सीडीएस बिपिन रावत के पीएसओ (CDS Bipin Rawat PSO Vivek Kumar) थे. संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार शाम तक लांस नायक विवेक कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव ठेढु लाया जाएगा और उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. विवेक की बीते वर्ष 2020 में ही शादी हुई थी और उनका छह माह का बेटा है. घर पर पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है.
वहीं, अब शहीद विवेक कुमार के पिता का कहना है कि उनसे विवेक की कोई बात नहीं हुई जब वह छुट्टी पर आया था. उस वक्त कि उन्होंने अपने घर पर बहुत सारी बातें की थी, लेकिन पिता की आंखों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके पिता अपने कलेजे पर पत्थर रखकर इस दुख को सहन कर रहे हैं. शहीद के पिता ने कहा कि हमारे घर में विवेक कुमार इकलौता काम करने वाला था और अब उसके बिना कोई दूसरा सहारा नहीं है. दूसरा बेटा है, लेकिन बेरोजगार है. उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि उनके छोटे बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए.
शहीद विवेक की पत्नी प्रियंका देवी (Martyr Vivek wife Priyanka) के गले से आवाज ही नहीं निकल रही है. प्रियंका की गोद में खेलता छोटा सा मासूम है, वहीं दूसरी तरफ पति का साया सिर से उठ जाने असहनीय गम. इस महिला के लिए किसी सदमे से कम नहीं है, क्योंकि 2 साल पहले ही प्रियंका और विवेक शादी के बंधन में बंधे थे. प्रियंका की अपने पति के साथ अंतिम बार यही बात हुई थी कि' 'मैं चेन्नई जा रहा हूं.' उसके बाद प्रियंका को पति के शहादत की ही खबर मिली. इस सदमे को सहना पत्नी के लिए कहीं न कहीं कलेजे पर पत्थर रखना है.
ये भी पढ़ें:राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर में आउटसाइडर्स ने 2 छात्रों पर तेजधार हथियार से किया हमला