हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

धर्मशाला में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण की बैठक, इस साल खर्च होंगे 221 लाख

By

Published : Jan 11, 2021, 7:57 PM IST

कृषि, बागवानी व पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण(आतमा) की ओर से वर्तमान वित वर्ष में विभिन्न गतिविधियों के लिए 221 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे, जिसमें से 188 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं. इसकी जानकारी एडीसी राहुल कुमार कृषि प्रौद्योगिकी प्रबन्ध अभिकरण(आतमा) की गवर्निंग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

ADC Rahul Kumar held Agricultural Technology Management Agency meeting in Dharamshala
ADC Rahul Kumar held Agricultural Technology Management Agency meeting in Dharamshala

धर्मशाला :जिला में डीआरडीए के सभागार में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण(आत्मा) की गवर्निग बोर्ड की बैठक सोमवार को हुई. इस दौरान कृषि, बागवानी व पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण(आतमा) की ओर से वर्तमान वित वर्ष में विभिन्न गतिविधियों के लिए 221 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे, जिसमें से 188 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं. इसकी जानकारी एडीसी राहुल कुमार कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण(आत्मा) की गवर्निंग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

46 सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कारों को मंजूरी

एडीसी ने कहा कि कृषि व सम्बद्ध विभागों के अधिकारी बेहतर तालमेल बनाकर आतमा स्कीम एवं सरकार की ओर से कृषकों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सुचारू रूप से क्रियान्वयन करें. इस दौरान एडीसी की ब्लॉक स्तर के 46 सर्वश्रेष्ठ किसान पुरस्कारों को मंजूरी दी गई.

सहायता समूह को 40 हजार की राशि अनुमादित

इसमें कृषि विभाग के 16 किसान, पशु पालन विभाग के 15 किसान और बागवानी विभाग के 15 किसानों के लिए 4.60 लाख रुपये की राशि अनुमोदित कि गई. इसके अलावा स्वयं सहायता समूह के 2 ग्रुपों को 40 हजार रुपये की राशि अनुमादित की गई.

24089 किसान प्राकृतिक खेती से जुड़े

एडीसी ने बताया कि वर्तमान वित वर्ष में कांगड़ा जिला में 12,000 किसानों को प्राकृतिक खेती के दायरे में लाया जाना था. उसके एवज में 9952 किसान प्राकृतिक खेती के दायरे में लाये गये हैं. उन्होंने कहा कि किसानों का प्राकृतिक खेती की और रूझान बढ़ा है. उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में वर्ष 2018 से अभी तक 24,089 किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं.

सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती अपनानी

एडीसी ने बताया कि वर्तमान वित्त वर्ष में किसानों के लिए दो दिवसीय 345 प्रशिक्षण आयोजित किये गए, जिसमें 7506 किसानों को प्रशिक्षण देकर सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है. उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत 736 पंचायतों में यह प्रशिक्षण दे दिया गया है.

प्राकृतिक खेती से किसान लाभान्वित

प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए 47 देसी गाय पर 25 हजार रुपये प्रति गाय अनुदान दिया गया है. गौशाला के फर्श को पक्का करने के लिए 247 किसानों को लाभान्वित किया गया है. इसके अलावा प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत घटक बनाने के लिए 3385 प्लास्टिक ड्रम पर 75 प्रतिशत अनुदान के हिसाब से 3385 किसानों को लाभान्वित किया गया है. संसाधन भंडार बनाने के लिए 10000 अनुदान प्रति किसान के हिसाब से 89 किसानों को लाभान्वित किया गया है.

कड़कनाथ पोल्ट्री ब्रीड को बढ़ावा

इस दौरान पशु पालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ. संदीप मिश्रा ने कड़कनाथ पोल्ट्री ब्रीड को बढ़ावा दने के लिए और डॉ. संजय शर्मा, इन्चार्ज कृषि विज्ञान केन्द्र कांगड़ा की ओर खड़रपतवार को नियन्त्रण करने के लिए ब्रीफ प्रेजेंटेशन दी गई. इस अवसर पर बैठक में मौजूद अधिकारियों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिये. निदेशक आतमा डॉ. डीके अवस्थी ने बैठक का संचालन किया तथा विभाग की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details