ज्वालामुखी/कांगड़ाः जिला के चौकाठ गांव में बंजर हुई भूमि को एक किसान ने अपनी मेहनत व लगन से एक बार फिर सोना उगलने के लायक बना दिया है. प्रगतिशील किसान अनिल ने पांच कनाल भूमि पर लेमन ग्रास उगाकर उससे तेल निकालना शुरू किया है. जिसकी कीमत बाजार में 1500 रूपये प्रति लीटर मिल रही है.
यहीं, नहीं अपनी कामयाबी से खुश अनिल ने गांव के 35 लोगों के साथ मिलकर किसान बागवान औषधीय एवं सौगन्ध सहकारिता समिति चौकाठ का गठन भी कर दिया है. इस समय क्षेत्र के सभी 35 किसान लगभग 80 कनाल भूमि पर लेमन ग्रास की खेती करके अच्छी आजीविका कमा रहे हैं.
किसान अनिल कुमार ने बताया कि आवारा जानवरों की वजह से उसने अपनी खेती योग्य उपजाऊ भूमि बंजर छोड़ दी थी. उसी वक्त जैव प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर की ओर से भारत सरकार से स्वीकृत रोमा मिशन प्रोजेक्ट के तहत सुगन्धित पौधों, लेमन ग्रास से तेल निकाल कर किसानों की आर्थिक प्रगति के लिए ट्रेनिंग दी जा रही थी. जिसमें अनिल ने लेमन ग्रास की खेती करने की बारीकियां सीखी. साथ ही शुरू में एक कनाल भूमि पर यह सुगन्धित घास उगाया. जिसे अब 5 कनाल भूमि पर उगाया जा रहा है. समिति के 35 किसान 80 कनाल भूमि पर इस घास की पैदावार करके तेल निकालकर आय अर्जित कर रहे हैं.
क्या है लेमन ग्रास-
लेमन ग्रास गर्म इलाकों में भारी मात्रा में उगाया जा सकता है, लेकिन हिमाचल के निचले क्षेत्रों के कई गांव इसके लिए अनुकूल माने गए हैं. इसकी खासियत यह है कि एक बार लगा देने के बाद साल में तीन बार कटाई करके इससे तेल निकाला जा सकता है.