चंबा: कहते हैं दिल में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो मंजिल खुद ब खुद मिल जाया करती है. कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है भांदल पंचायत के डडरी गांव निवासी मोहम्मद मंजूर (trout fish production in chamba) ने. शुरुआती दौर में सब्जी उत्पादन का कारोबार शुरू किया, उसके बाद अधिक आय न होने के चलते उन्होंने मछली पालन को अपना व्यवसाय बनाया. उन्होंने ट्राउट फिश का कारोबार शुरू किया, जिससे उन्हें आज लाखों रुपये का लाभ हो रहा है. उनका पूरा परिवार भी इस कार्य में उनके साथ मेहनत करता है.
बता दें कि बाजार में ट्राउट फिश की प्रति किलो कीमत साढ़े पांच सौ रुपए है. हालांकि इनके ट्राउट फिश फार्म से 600 रुपये प्रति किलो के हिसाब से भी मछली बेची जा रही है. हर साल मोहम्मद मंजूर अपने ट्राउट फिश फार्म (trout fish business in himachal) से आठ से दस लाख रुपये कमाते हैं. मोहम्मद मंजूर का बड़ा बेटा सिविल इंजीनियर है और उसने भी नौकरी छोड़कर अपने पिता के साथ इस कारोबार को आगे बढ़ाने का फैसला किया है.
मोहम्मद मंसूर (Mohammad Manzoor of Bhandal Panchayat) का कहना है कि इस बेरोजगारी के दौर में युवाओं को पढ़ाई-लिखाई के बाद अपने ही गांव में अपने खेतों में मछली पालन के लिए टैंकों का निर्माण करवाना चाहिए. मछली पालने का कारोबार शुरू करके वह भी लाखों रुपये कमा सकते हैं. इस कारोबार के लिए सब्सिडी भी मिली है. एक टैंक के लिए उन्हें 80 हजार रुपये मिले हैं. मछली के बीज सहित खाद भी उपलब्ध करवाई गई है.