हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलने की राह में अब कोई अड़चन नहीं: जयराम ठाकुर:सीएम जयराम ठाकुर ने मंगलवार को दिल्ली में हाटी समुदाय को लेकर पत्रकारों से बातचीत की. दरअसल सीएम जयराम ठाकुर ने हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिलाने की मांग को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही हाटी समुदाय के करीब 3 लाख लोगों को जनजातीय दर्जा मिलेगा.
चुनावी साल में भाजपा का मास्टर स्ट्रोक, गिरिपार के हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलना तय:हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal assembly election 2022) को लेकर भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक चला है. केंद्रीय हाटी समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री अमित शाह के मुलाकात की और अपना पक्ष रखा. समिति को अमित शाह ने भरोसा दिलाया कि आरजीआई यानी रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया की रिपोर्ट (REGISTRAR GENERAL OF INDIA REPORT) सकारात्मक है और इस विषय पर जल्द ही कोई ऐलान होगा.
Dharma Sansad Hate Speech: भड़काऊ भाषण पर हिमाचल सरकार को SC की फटकार, 9 मई तक मांगा जवाब:हिमाचल और उत्तराखंड में आयोजित धर्म संसद के दौरान दिए गए भड़काऊ भाषणों (Dharma Sansad Hate Speech) के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दोनों राज्यों की सरकारों को फटकार (SC reprimands Himachal government) लगाई है. साथ ही कोर्ट ने सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की सूची बनाकर हलफनामा दायर करने के लिए कहा है. इस दौरान हिमाचल प्रदेश की ओर से पेश हुए वकील से सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि क्या सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया. अगर उठाया तो उसकी (Hearing in Supreme Court on Dharmasansad) जानकारी दें.
स्वास्थ्य मंत्री सैजल से मिला निजी बस ऑपरेटर संघ, पार्किंग को लेकर ये दिए निर्देश:आजनिजी बस ऑपरेटर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल से विश्राम गृह में मिले. इस दौरान ऑपरेटरों ने बसों को चलाने में आ रही दिक्कतें मंत्री के सामने रखी. बस ऑपरेटरों ने बताया कि शहर के बाईपास में निजी बसों को खड़ा करने के लिए उचित जगह (Private bus operators meet Minister Saijal in Solan)नहीं. ऐसे में वहां पर बसें खड़ी करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.उन्होंने कहा निजी बस ऑपरेटर के साथ सवारियों को भी भी परेशान होना पड़ रहा हैं.
सुलह विधानसभा: स्कूल भवनों की इमारतें बड़ी, लेकिन शिक्षकों का टोटा:सुलह विधानसभा क्षेत्र (Sulah assembly constituency) में हिमाचल सरकार की शिक्षा नीति के दावे हवा हवाई साबित होते नजर आ रहे हैं .क्षेत्र के 4 प्राइमरी स्कूलों में बड़े-बड़े स्कूल भवनों में बच्चे तो हैं,लेकिन अध्यापक नहीं. वहीं, शिक्षा विभाग भर्तियां नहीं होने का बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ रहा है.