चंबा:उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा में परंपरा का निर्वाहन करने आएगी छड़ियों के साथ यात्रियों को एक सीमित संख्या में आने की अनुमति होगी. मणिमहेश न्यास में हर छड़ी के साथ महज 25 लोगों को ही डल झील की ओर जाने की अनुमति देने का फैसला लिया है. साथ ही पड़ोसी राज्य जम्मू कश्मीर की छड़ियों के साथ आने वालों को आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन की दोनों डोज अनिवार्य की है.
कोविड की निगटिव रिपोर्ट न होने की सूरत में यात्री को जाने की अनुमति नहीं होगी. खबर की पुष्टि एडीएम भरमौर एवं मणिमहेश न्यास के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार धीमान ने की है. बता दें कि पवित्र मणिमहेश यात्रा का आयोजन इस वर्ष 30 अगस्त से 13 सिंतबर तक चलेगा.
इस दौरान यात्रियों को मणिमहेश जाने की अनुमति नहीं होगी. महज छड़ियों और शिव चेलों को ही परंपरा का निर्वाहन करने के लिएअनुमति प्रशासन एवं न्यास डल झील की ओर जाने के लिए देगा. इस व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हड़़सर रोड़ पर प्रंघाला में पुलिस की चैकपोस्ट बनाई है.
न्यास ने स्पष्ट किया है कि छड़ियों और शिव चेलों के अलावा किसी को भी मणिमहेश जाने की अनुमति नहीं होगी. अगर कोई यात्री भरमौर तक पहुंच भी जाता है , तो उसे बीच रास्ते से लौटा दिया जाएगा. एडीएम भरमौर डॉ. संजय कुमार धीमान ने बताया कि प्रत्येक छड़ी के साथ 25 लोगों को ही डल की ओर जाने की अनुमति होगी.
इसके अलावा डल की ओर छड़ी के साथ जाने वाले यात्रियों को 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर की रिपोर्ट पेश करनी होगी. डॉ. धीमान ने आम यात्रियों से अपील की है कि इस बार कोरोना माहामारी के चलते मणिमहेश यात्रा में उन्हें डल झील की ओर जाने की अनुमति नहीं होगी. कहा कि अगर वह आ भी जाते है, तो उन्हें रास्ते से लौटा दिया जाएगा.