चंबा: मणिमहेश यात्रा के तहत राधा अष्टमी पर्व का शाही स्नान आज यानी सोमवार दोपहर बाद तीन बजकर एक मिनट पर आरंभ होगा, जबकि मंगलवार तीन बजकर तीन मिनट तक शाही स्नान का दौर पवित्र डल झील पर चलेगा. इससे पहले इसी दिन सप्तमी पर पवित्र डल झील को तोड़ने की रस्म संचूई के शिव चेले निभाएंगे.
लिहाजा राधा अष्टमी के पावन मौके पर सदियों से चली आ रही परंपराओं का निर्वहन करने के लिए संचूई के शिव चेलों के अलावा दशनाम छड़ी और पडोसी राज्य जम्मू कश्मीर के भद्रवाह की छड़ियां सोमवार को डल झील पर एक साथ पहुंचेगी.
बता दें कि मणिमहेश यात्रा को इस वर्ष भी वैश्विक कोरोना महामारी के चलते सांकेतिक रूप से ही मनाया जा रहा है. नतीजतन यात्रा में राधा अष्टमी के स्नान के लिए परंपराओं को निभाया जाएगा. भरमौर के प्रसिद्ध पंडित सुमन कुमार शर्मा ने बताया कि सोमवार दोपहर बाद तीन बजकर एक मिनट पर यात्रा का शाही स्नान आरंभ होगा.
इससे पहले संचूई के शिव चेले डल तोड़ने की परंपरा को निभाएंगे और बाद में पवित्र छड़ियां डल में आस्था की डुबकी लगाएगी. जिसके साथ ही यात्रा का शाही स्नान आरंभ हो जाएगा. लिहाजा मंगलवार तीन बजकर तीन मिनट तक डल झील पर स्नान करने का शुभ मुहूर्त रहेगा. उनका कहना है कि इस अवधि के बीच डल में स्नान करना शास्त्रों में भी फलदायी माना गया है.
मणिमहेश न्यास के सदस्य सचिव एवं एसडीएम भरमौर मनीष सोनी ने बताया कि रविवार शाम तक डल झील पर 150 के करीब यात्रियों के पहुंचने की सूचना मिली है. जबकि धनछो में 50 के करीब यात्री पहुंच गए हैं. उन्होंने बताया कि सभी सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए है कि अगर बारिश का दौर अधिक रहता है, तो यात्रियों को सुरक्षित ठिकानों पर रोका जाए और बारिश थमने पर ही उन्हें रवाना किया जाए.