चंबा: लॉकडाउन में ढील के बाद बाहरी राज्यों में फंसे लोगों का प्रदेश लौटना शुरू हो गया है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में इन मरीजों के इलाज के लिए वॉर्ड और बेड की जरुरत पड़ने लगी है. सिविल अस्पताल डलहौजी में 50 बिस्तरों की व्यवस्था है. इस अस्पताल को कोविड हेल्थ सेंटर में तब्दील करने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है.
सीएमओ चंबा राजेश गुलेरिया ने बताया कि डलहौजी अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के रूप में स्थापित किया गया है. अस्पताल के कर्मचारियों के लिए पीपीई किट्स और बिजली बैकअप के लिए जनरेटर उपलब्ध कराने की कवायद भी अस्पताल प्रशासन ने शुरू कर दी है.
इस सेंटर में उन लोगों को रखा जाएगा जिनमें माइल्ड से मोड्रेट लक्षण पाए जाते हैं. व्यक्ति में गंभीर लक्षण नजर आने पर उसे जोनल अस्पताल धर्मशाला भेज दिया जाएगा. अस्पताल में पोर्टेबल वेंटिलेटर की भी व्यवस्था की जा रही है. इस अस्पाल में सेंटरलाइज आक्सीजन व्यवस्था का भी प्रावधान किया जा रहा है और बिजली विभाग को जल्द ही इसके पावर बैकअप के लिए बजट उपलब्ध करवा दिया जाएगा.
डलहौजी नागरिक अस्पताल में बेहतरीन बिल्डिंग का निर्माण तो कराया दिया गया है लेकिन बिजली की सप्लाई के लिए ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया है. विभाग ने नागरिक अस्पताल डलहौजी को विशेष एम्बुलेंस सेवा भी प्रदान की है, ताकि किसी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े. इसके अलावा अस्पताल में जरूरी उपकरण और सामान पहले ही पंहुचा दिया है गया है और कुछ अभी आने शेष हैं.
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