चंबा:जिला के प्रसिद्ध व ऐतिहासिक मंदिरों में शुमार स्वयंभू प्रकट मां भद्रकाली भलेई के मंदिर में चैत्र नवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. 1500 श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में हाजिरी लगाई है. मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर व उनकी पत्नी मीना ठाकुर की मौजूदगी में मंदिर के मुख्य पुजारी डॉक्टर लोकी नंद शर्मा के वैदिक मंत्रोचारण के बीच दुर्गा सप्तशती का पाठ आरंभ हुआ.
कोविड-19 संकट के चलते पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी भक्तों को गर्भगृह के बाहर से ही मां भलेई के दर्शन करने पड़ रहे हैं, जबकि मंदिर में इस वर्ष भी नवरात्र पर भंडारों का आयोजन नहीं किया जा रहा है. मंदिर में कोरोना से बचाव के लिए सभी सुरक्षा मानदंडों का पालन करने के साथ ही भक्तों के लिए दर्शन करने की व्यवस्था की गई है.
मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा मानदंडों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है, जबकि मंदिर में पेयजल व विद्युत व्यवस्था का भी सुदृढ़ीकरण किया गया है. विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए मंदिर में जेनरेटर भी लगवा दिया गया है.
मंदिर में बिना फेस्क मास्क के एंट्री नहीं
कमल ठाकुर ने बताया कि मंदिर में बिना मास्क पहने प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. जिन भक्तों के पास मास्क नहीं होगा उनके लिए प्रबंधन समिति की ओर से मास्क उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई है. मंदिर परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की भी पालाना सुनिश्चित की जा रही है.
कोविड-19 के नियमों का पालन करवाने में समिति के सदस्यों के साथ पुलिस कर्मचारी अहम भूमिका निभा रहे हैं. मंदिर परिसर में हाथों को सेनिटाइज करने के लिए पर्याप्त स्थानों पर हैंड सेनिटाइजर स्टैंड पहले से स्थापित किए जा चुके हैं. दुर्गा सप्तशती के पाठ की पूर्ण आहूति 20 अप्रैल को अष्टमी के पावन दिवस पर डाली जाएगी.
कोरोना के खात्मे के लिए प्रार्थना की जाएगी
कमल ठाकुर ने बताया कि नवरात्र के दौरान रोजाना होने वाली मां भलेई की विशेष पूजा अर्चना व आरती के साथ ही मां भगवती से कोरोना संकट से जल्द निजात के लिए विशेष प्रार्थना भी की जाएगी. ठाकुर ने मंदिर प्रबंधक समिति की ओर से भक्तों से नवरात्र के दौरान व्यवस्थाएं बनाए रखने में सहयोग करने व कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की.
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