चंबा: जम्मू कश्मीर की चंबा जिला के साथ लगती सीमाओं पर वर्ष 1998 में एसपीओ के जवान तैनात किए गए थे, ताकि सीमाओं पर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाए. यही कारण है कि पिछले 23 सालों से ये जवान सीमाओं पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन न तो इनका वेतन बढ़ा और न ही अन्य सुविधाएं मिल पा रही हैं. इसी को लेकर गुरुवार को एसपीओ संघ चंबा की बैठक (SPO union Chamba meeting) सुंडला विश्राम गृह में जिला अध्यक्ष श्याम ठाकुर की अगुवाई में आयोजित की गई. इस बैठक में करीब 200 से अधिक एसपीओ के जवान मौजूद रहे. इस दौरान उनकी विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की गई.
इस दौरान संघ ने कहा कि उन्हें जम्मू कश्मीर की तर्ज पर नियुक्त किया गया था, लेकिन जम्मू कश्मीर में एस पीओ का वेतन 18000 प्रति माह मिलता है. उन्होंने कहा कि जिला चंबा और लाहौल स्पीति में 520 जवान पिछले 23 सालों से सीमाएं सहित थाना चौकियों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उन्हें मात्र 6 हजार मासिक वेतन दिया जाता है, जो न्याय संगत नहीं है.
चंबा जिले की सीमाओं में ही 468 जवान सेवाएं दे रहे हैं. एसपीओ संघ चंबा के अध्यक्ष श्याम ठाकुर की मानें तो उन्होंने इसके बारे में काई बार केंद्र और प्रदेश सरकार को भी अवगत करवाया, लेकिन सरकार ने उनका वेतन 1500 से 3000 किया. उसके बाद वर्ष 2018 में तीन हजार बढ़ाकर 6 हजार मासिक किया, लेकिन जम्मू कश्मीर में हमारे जैसे जवानों को महीने का 18 हजार मासिक वेतन दिया जाता है. संघ ने कहा कि, सरकार से मांग करते हैं कि हमें भी जम्मू कश्मीर की तर्ज पर वेतन और अन्य सुविधाएं दी जाए.