चंबा: भरमौर उपमंडल में रावी नदी पर निर्माणाधीन कुठेड़ हाइड्रो प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य क्षेत्र के लोगों ने मंगलवार को ठप करवा दिया है. खणी वार्ड के परिषद सदस्य अनिल ठाकुर की अगुवाई में यह कदम उठाया गया. अनिल ठाकुर ने चेतावनी दी है कि अगर कंपनी की ओर से निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितताओं पर कारवाई नहीं की गई तो वह इसके खिलाफ कड़ा रूख अपनाने से पीछे नहीं हटेंगें .
जिला परिषद सदस्य अनिल ठाकुर ने बताया कि, मांगो को लेकर उपायुक्त चंबा और एडीएम भरमौर को ज्ञापन सौंपा गया था, बावजूद इसके अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया. जिसके चलते अब मजबूरन काम को ठप करवाना पड़ा है. लिहाजा जिला परिषद सदस्य ने एलान किया है कि जब तक कंपनी उनकी मांगों को नहीं सुनती और प्रशासन कंपनी द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं पर कारवाई नहीं करता तब तक काम शुरू नहीं होने दिया जाएगा.
बता दें कि, जिला परिषद सदस्य अनिल कुमार की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने गत माह उपायुक्त चंबा डीसी राणा से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा था. ज्ञापन में आरोप लगाया गया था कि कंपनी द्वारा बनाई डंपिंग साइटों के निर्माण में अनियमितताएं बरती गयी हैं जिस कारण यह टूट चुकी हैं. जिससे सारा मलबा रावी नदी में गिर रहा है. इसके अलावा कंपनी पर स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर उनकी अनदेखी करने का आरोप भी लगाया गया था. उधर, मांगें पूरी न होने और अनियमितताओं पर कार्रवाई न होने पर जिला परिषद सदस्य अनिल कुमार की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने परियोजना का काम बंद करवा दिया है, इस दौरान ज्यूरा साइट पर पुलिस की सहायता से कंपनी ने काम आरंभ करने की नाकाम कोशिश भी की. जिला परिषद सदस्य का कहना है कि वह प्रोजेक्ट के खिलाफ नहीं है. वह भी चाहते हैं कि परियोजना का काम हो, लेकिन स्थानीय लोगों के हितों और हक से जो खिलवाड़ किया जा रहा है उसे नहीं होने दिया जाएगा. उनका आरोप है कि कंपनी निर्माण कार्य में वन एवं पर्यावरण नियमों को तार तार कर रही है. वहीं, गरोला नाले के पास हरे पेड़ों को कंपनी ने नष्ट कर दिया है. बावजूद इसके प्रशासन और विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
ये भी पढ़ें :शिकारियों पर रखी जाएगी पैनी नजर, चंबा में विशेष टीमों का होगा गठन