चंबा: जिला में इन दिनों 108 एंबुलेंस की हालत खस्ता है. आलम ये है कि एंबुलेंस को स्टार्ट करने के लिए लोगों धक्का मरवाया जा रहा है. जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा लेने के लिए कई बार सोचना पड़ रहा है. सलूणी अस्पताल की 18 एम्बुलेंस में से 15 चल रही हैं और और ये सभी अपनी औसतन आयु पूरी कर चुकी हैं.
चंबा में 108 की खस्ता हालत, बूढ़ी हो चुकी एंबुलेंस गाड़ियों को धक्का मारकर करना पड़ता है स्टार्ट - चंबा में 108 एंबुलेंस की खस्ता हालत न्यूज
जिला में इन दिनों 108 एंबुलेंस की हालत खस्ता है. आलम ये है कि मरीजों को ले जाने के लिए एंबुलेंस को स्टार्ट करने के लिए किसी चाबी की नहीं, बल्कि लोगों की मदद लेनी पड़ती है. जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा लेने के लिए कई बार सोचना पड़ रहा है.
बता दें कि जिला के उपमंडल सलूणी के अस्पताल की 108 एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हुई तो चालक ने लोगों से धक्का मरवाकर इसे स्टार्ट करने का प्रयास किया, लेकिन गाड़ी स्टार्ट नहीं हुई. जिससे मजबूर होकर पथ परिवहन निगम की गाड़ी से बांधकर एंबुलेंस को खींचना पड़ा . ऐसे में लोगों ने प्रशासन से एम्बुलेंस की मरम्मत करवाने की मांग की है.
सीमओ डॉ. राजेश गुलेरी ने बताया कि हमारे पास 18 एम्बुलेंस हैं, जिसमें से 15 चल रही है और और ये सभी अपनी औसतन आयु पूरी कर चुकी हैं. उन्होंने बताया कि बार कंपनी को कहा गया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. हालांकि सलूणी अस्पताल को 13 एम्बुलेंस मिलने वाली हैं