बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश में करीब पांच महीने के बाद अब श्रद्धालु वीरवार से देवी-देवताओं के दर्शन कर सकेंगे. केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी को हिमाचल सरकार ने प्रदेश में जारी कर दिया है. हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों में न्यासों की ओर से मंदिर के कपाट खोलने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
जिला बिलासपुर के शक्तिपीठ मां नैना देवी, बाबा बालक नाथ शाहतलाई व बिलासपुर जिला के आराध्य देव बाबा नाहर सिंह मंदिरों में सेनिटाइजर प्रक्रिया शुरू कर दी है. साथ ही यहां पर पूरे मंदिर परिसरों में स्पीकर भी लगाए जा रहे हैं. इसमें कोविड की गाइडलाइन के बारे जागरूक किया जाएगा.
वहीं, नैना देवी मंदिर परिसर की बात करें तो यहां जागरूक बोर्ड, सेनिटाइजर सहित अन्य कोरोना से बचाव से जुड़ी सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने बताया कि वीरवार से मंदिर खोल दिए जाएंगे. इसी कड़ी में बचत भवन में विशेष बैठक का भी आयोजन किया गया. बैठक में जिला के सभी मंदिर न्यासों, पुलिस, स्वास्थ्य व एसडीएम के साथ बैठक की गई है. बैठक में कई आदेश भी जारी किए गए हैं. इसमें सभी अधिकारियों को जिम्मेदारियां भी दी गई हैं.
श्रद्वालुओं को डाटा होगा रिकार्ड
डीसी बिलासपुर ने बताया कि एसओपी के मुताबिक मंदिर मे 60 साल से अधिक व 10 साल से कम बच्चों व गर्भवती महिलाओं को आने पर रोक लगाई गई है. वहीं, मंदिर में आने वाले हर श्रद्वालुओं को डाटा रिकार्ड किया जाएगा.
घंटियों के बजाने पर रहेगी रोक
इस दौरान अगर यहां पर कोई कोरोना संदिग्ध पाया जाता है तो उसे मंदिर परिसर के भीतर बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा. इसी के साथ श्रद्धालुओं को मूर्तियों को छूना व घंटियों के बजाने पर रोक रहेगी. मंदिर प्रबंधकों को आदेश जारी किए गए हैं कि मंदिर परिसर में लगी घंटियां हटा दी जाएं.