बिलासपुर: खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति संस्कारोनुमुखी और रोजगार उन्मुखी होगी. यह बात कैबिनेट मंत्री ने स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं में आयोजित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय सेमिनार के शुभारंभ (Seminar on New National Education Policy) के दौरान कही. इसका आयोजन भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली और स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के संयुक्त तत्वाधान में किया गया. इसमें प्रदेशभर के शिक्षाविदों ने भाग लिया.
राजेंद्र गर्ग ने कहा कि युवाओं को रोजगार उन्मुख शिक्षा मिले इसके लिए सरकार द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाई गई है. उन्होंने बताया कि युवा कोई हुनर सीख कर अपने पैरों पर खड़े हो और गुणों के अनुसार व्यावसायिक क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण करें इसके लिए प्रदेश सरकार ने नई शिक्षा नीति लागू की है. स्कूल व कॉलेज पास कर चुके युवा आत्मनिर्भर बन सके इसके लिए सरकार उनके लिए समुचित व्यवस्था कर रही है.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जीवन में शिक्षा के महत्व को देखते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सरकार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाई है. सरकार द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत देश की जीडीपी का 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च किया जाएगा. हिमाचल में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New National Education Policy in Himachal) बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सार्थक सिद्ध होगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति से बच्चों को सांस्कारिक शिक्षा के साथ-साथ बेरोजगारी और अन्य ज्वलंत सामाजिक समस्याओं से निजात पाने में बल मिलेगा.