बिलासपुर: जिला में स्क्रब टाइफस का प्रकोप कम हो गया है. इस साल सिर्फ जिला में मात्र 77 मामले ही सामने आए हैं, जबकि पिछले दो सालों की बात करें तो जिला में 2018 में 483 व 2019 में 429 मामले सामने आए थे. स्क्रब टाइफस को लेकर जिला में अलर्ट जारी कर दिया गया था.
शुरूआती दौर में ही उठाए कारगार कदम
बिलासपुर स्वास्थ्य विभाग ने शुरूआती चरण में ही अपनी तैयारियां कर लोगों को जागरूकता सहित बीमारी की रोकथाम के लिए कदम उठाए. इसके चलते आंकड़ों में गिरावट आई है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारियों के प्रयास से मामले कम हुए हैं.
लोगों को किया जागरूक
एमओएच ने बताया कि 2018 सत्र में बिलासपुर जिला में पहले ही डेंगू के मामले अधिक थे, इसके साथ ही यहां पर स्क्रब टाइफस भी बढ़ना शुरू हो गया था. यहां पर शिमला व दिल्ली के विशेषज्ञों ने भी आकर हॉट स्पॉट एरिया में जाकर पूरी जांच की थी. विशेषज्ञों ने यह भी साफ कर दिया था स्क्रब व डेंगू एक साथ होने पर यहा जानलेवा भी साबित हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर ने अपने पूरी तैयारियों के साथ फील्ड में कार्य किया और लोगों को स्क्रब टाइफस के बारे जागरूक किया.
ये कहते हैं बिलासपुर एमओएच
उधर, बिलासपुर एमओएच ने कहा कि जिला के सभी चिकित्सकों को आदेश जारी किए गए हैं कि अगर किसी व्यक्ति में स्क्रब टाइफस के लक्षण पाए जाते हैं तो तुरंत उसका टेस्ट किया जाए. ताकि समय रहते बीमारी का पता लगाया जा सके.
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