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निर्धन बेटा-बेटियों को डॉक्टर-इंजीनियर बनाएंगी मां नैना देवी, जानिए कैसे मिलेगा माता का 'आशीर्वाद' - मंदिर ट्रस्ट श्री नैना देवी

मंदिर ट्रस्ट श्री नैना देवी ने हर वर्ष 20 मेधावी विद्यार्थियों का चयन कर प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए स्कॉलरशिप देने का निर्णय लिया है. नैना देवी के एसडीएम एवं मंदिर न्यास के अध्यक्ष सुभाष कुमार गौतम ने बताया कि मंदिर न्यास की मीटिंग में 10 मेधावी बच्चों का चयन किया गया है, जिन्हें प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी.

मां नैना देवी

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Published : Aug 2, 2021, 5:52 PM IST

Updated : Aug 2, 2021, 6:26 PM IST

बिलासपुर:जरूरतमंद बच्चों का करियर संवारने के लिए मां नैना अपनी अपार कृपा बरसाएंगी. इस बार मंदिर ट्रस्ट श्री नैना देवी ने हर वर्ष 20 मेधावी विद्यार्थियों का चयन कर प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए स्कॉलरशिप देने का निर्णय लिया है. जिसके तहत अभी तक 10 मेधावी बच्चों का चयन कर लिया गया है. चयनित में दो आयुर्वेद बीएएमएस, दो बीएससी नर्सिंग व जीएनएम, एक एमएससी, एक बीएड, एक मत्स्य पालन डिप्लोमा और शेष ग्रेजुएशन व मास्टर डिग्री की पढ़ाई करेंगे.

नैना देवी के एसडीएम एवं मंदिर न्यास के अध्यक्ष सुभाष कुमार गौतम ने खबर की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि मंदिर न्यास की मीटिंग में 10 मेधावी बच्चों का चयन किया गया है, जिन्हें प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी. उन्होंने बताया कि हर वर्ष बीस मेधावियों को स्कॉलरशिप देने की योजना है और प्रोफेशनल कोर्स की अवधि पूरी होने तक यह स्कॉलरशिप मिलती रहेगी. एक साल में अधिकतम एक लाख रुपये स्कॉलरशिप दिए जाने का प्रावधान किया गया है.

एसडीएम ने बताया कि पात्र बच्चों के चयन के लिए बकायदा कमेटी बनी है और मीटिंग के दौरान मेधावी बच्चों का चयन किया जाएगा. इस साल मंदिर ट्रस्ट ने अहम निर्णय लेते हुए स्कॉलरशिप के रूप में चयनित जरूरतमंद मेधावी विद्यार्थियों को दी जाने वाली राशि को 25 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है. इसमें अहम बात यह है कि अभी तक यह स्कॉलरशिप नैना देवी उपमंडल के मेधावी बच्चों को ही दी जाती थी, लेकिन इस बार से पूरे बिलासपुर जिला के मेधावियों के लिए यह योजना शुरू की गई है. जिसका लाभ गरीब तबके के बच्चों को मिलेगा और वे अपना भविष्य संवार सकेंगे.

मंदिर न्यास के अध्यक्ष सुभाष कुमार गौतम ने बताया कि चयनित बच्चे अपनी इच्छा के अनुसार जिस भी प्रोफेशनल कोर्स को करना चाहते हैं, उन्हें स्कॉलरशिप दी जाएगी. इसमें डॉक्टर, इंजीनियरिंग, पत्रकारिता, ग्रेजुएशन, मास्टर डिग्री या फिर डिप्लोमा इत्यादि के लिए बच्चों को स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी. सुभाष कुमार गौतम के अनुसार चयन प्रक्रिया के लिए मंदिर न्यास की ओर से नियम तय किए गए हैं. बीपीएल के साथ ही परिवार की सालाना आय को भी आधार बनाया गया है. जमा दो कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद पात्र विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी जाएगी.

उल्लेखनीय है कि अभी तक मंदिर ट्रस्ट उपमंडल नैना देवी के तहत मेधावी बेटियों का चयन कर उन्हें मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप के रूप में 25 हजार रुपये की राशि प्रदान करता रहा है, लेकिन इस बार मंदिर न्यास द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय के तहत अब पूरे बिलासपुर जिला की बेटियों के साथ ही बेटों को भी योजना का हकदार बनाया गया है और स्कॉलरशिप की राशि भी बढ़ाकर एक लाख तक कर दी गई है. इसमें कोर्स का खर्चा व हॉस्टल फीस संयुक्त रूप से शामिल होगी.

खास बात यह है कि अब मेडिकल व इंजीनियरिंग ही नहीं, बल्कि किसी भी प्रोफेशनल कोर्स जैसे लॉ, एमसीए, पत्रकारिता व एमटी, इत्यादि की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप दी जाएगी. यह स्कॉलरशिप कोर्स की अवधि खत्म होने तक मिलती रहेगी. वहीं, मंदिर न्यास के आयुक्त एवं बिलासपुर के उपायुक्त पंकज राय का कहना है कि बिलासपुर जिला के गरीब एवं पात्र बच्चों को स्कॉलरशिप देने के लिए मंदिर ट्रस्ट नयना देवी ने यह कदम उठाया है.

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Last Updated : Aug 2, 2021, 6:26 PM IST

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