बिलासपुर: त्योहारी सीजन में फूड एंड सेफ्टी विभाग ने कई दुकानों से खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे थे. भरे गए सैंपल की रिपोर्ट लैब से आना शुरू हो गई है. बिलासपुर जिला के पंजगाई, घाघस व बरमाणा क्षेत्र से जांच के लिए भरे छह सैंपल फेल पाए गए हैं.
इमली, रिफाइंड, अलसी का तेल, फेनी, साबूत मसाला व रोस्टेड चना के सैंपल फेल पाए गएं है. रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने बुधवार को निर्माता कंपनियों को नोटिस भी जारी कर दिया है. संतोषजनक जवाब ना मिलने पर निर्माता कंपनियों को विभाग की ओर से जुर्माना भी लगाया जाएगा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार फेल हुए सैंपलों की गुणवत्ता काफी खराब पाई गई है. जिनमें इमली की मिसब्रेंडिड, रिफाइंड, अलसी का तेल मिसब्रेंडिड व सबस्टैंडर्ड पाया गया, चाय के साथ खाने वाला फेन मिसब्रेंडिड, साबूत मसाला व रोस्टेड चना मिसब्रेंडिड व सबस्टैंडर्ड पाया गया है.
फूड एंड सेफ्टी विभाग बिलासपुर के सहायक आयुक्त महेश कश्यप ने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा. दिवाली पर शहर सहित जिलाभर की मिठाई दुकानों से सैंपल भरे गए हैं. यह सारे सैंपल जांच के लिए कंडाघाट लैब में भेज दिए गए हैं. उन्होंने बिलासपुर की समस्त जनता से भी आग्रह किया है कि अगर आपके आस पास के क्षेत्र में मिठाई सहित अन्य किसी खाद्य पदार्थों में मिलावट की जा रही है तो तुरंत इसकी जानकारी विभाग को दें.
दुकान में गंदगी पाए जाने पर भी हो सकती है कार्रवाई
फूड एंड सेफटी सहायक आयुक्त महेश कश्यप ने बताया कि खाद्य पदार्थ बेचने वाले दुकानदारों की दुकानों में अगर गंदगी भी पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने फास्ट फूड बेचने वालों से अपील की है कि अपनी दुकानों के किचन को साफ-सुथरा रखें. इसी के साथ दुकान में काम करने वाले वकर्स का भी मेडिकल अनिवार्य किया है.