बिलासपुर:हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता पूर्व सीपीएस और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश धर्माणी ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की उस घोषणा को आम जनता के साथ मजाक बताया है, जिसमें उन्होंने घुमारवीं में इंडोर स्टेडियम (announcement of Indoor Stadium in Ghumarwin) बनाए जाने की बात कही है. धर्माणी ने कहा कि भाजपा के नेताओं को झूठ बोलने के लिए आम जनता से माफी मांगनी चाहिए. राजेश धर्माणी ने बताया कि जब वह विधायक थे और मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह थे उस समय उन्होंने घुमारवीं के इनडोर स्टेडियम के लिए 6 करोड़ आठ लाख रुपए स्वीकृत करवाया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री से शिलान्यास भी करवाया था. उन्होंने आरोप लगाया की बाद में सरकार बदल गई और वर्तमान विधायक एवं मंत्री ने इसे न बनाने की कसम खा ली.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की घुमारवीं में स्टेडियम की घोषणा आम जनता के साथ मजाक: राजेश धर्माणी
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता पूर्व सीपीएस और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश धर्माणी ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की उस घोषणा को आम जनता के साथ (announcement of Indoor Stadium in Ghumarwin) मजाक बताया है, जिसमें उन्होंने घुमारवीं में इंडोर स्टेडियम बनाए जाने की बात कही है. पढे़ं पूरी खबर...
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को साइट डिवेलपमेंट का ठेका दिया गया उस व्यक्ति ने साल भर काम ही नहीं किया. कोई ना कोई बहाना बनाकर वह इस काम को टालता रहा. वह व्यक्ति भाजपा का कार्यकर्ता था. उन्होंने कहा कि इसके बाद (Rajesh Dharmani targets Anurag Thakur) पंचकूला की एक फर्म को इसे बनाने के लिए आदेश हुए. लेकिन वर्तमान विधायक और मंत्री सहित उनके चहेते इस स्टेडियम को कहीं और बनाने की बात कहकर टालते रहे. उन्होंने कहा कि बेहतर तो यह होता कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर अपने विधायक और मंत्री को यह पूछते कि वह स्टेडियम क्यों नहीं बना.
उन्होंने कहा कि जब वह विधायक थे तो उन्होंने विधायक प्राथमिकता में इस स्टेडियम को डाला था और इसके लिए टेंडर भी हो गए थे. यहां तक सारा धन भी स्वीकृत हो गया था और कुछ भाग लोक निर्माण विभाग के पास भी जमा हो गया था. धर्माणी ने कहा (Rajesh Dharmani targets Anurag Thakur) कि इस तरह की राजनीति को जनता कभी भी माफ करने वाली नहीं है. झूठ बोलकर भाजपा नेता जनता को बेवकूफ नहीं बना सकते. उन्होंने वर्तमान विधायक और मंत्री से प्रश्न किया है कि वे इस बात का जवाब दें कि उस समय स्टेडियम के लिए स्वीकृत राशि कहां गई. उन्होंने कहा कि इस झूठ के पीछे भाजपा नेताओं को आम जनता से माफी मांगनी चाहिए और बताना चाहिए कि वह स्टेडियम का निर्माण क्यों नहीं करवा पाए.