बिलासपुर: जिला बिलासपुर के डीसी पंकज राय ने कोविड टीकाकरण को लेकर एक नए फरमान जारी किए हैं. डीसी ने आदेश जारी दिए हैं कि अब बिलासपुर जिले में किसी भी सरकारी कार्यालय में कार्य करने वाले अधिकारी सहित कर्मचारी के परिवार की कोविड टीकाकरण दोनों डोज की रिपोर्ट देखी जाएगी. अगर किसी सरकारी कर्मचारी के परिवार वालों ने दो डोज नहीं लगाया होगा तो उसके लिए उस सरकारी कर्मचारी सहित अधिकारी से जबाव तलब किया जाएगा.
इसी के साथ सरकारी दफ्तरों में अपना कार्य करने के लिए पहुंच रहे लोगों को भी दोनों डोज टीकाकरण अनिवार्य किया गया है. अगर जिसके दोनों डोज पूरे नहीं होगें उनका कार्य पूरा नहीं होगा. उपायुक्त का कहना है कि यह फरमान इसलिए जारी किए गए हैं कि लोग कोविड टीकाकरण पूरा करें.
जानकारी के अनुसार कोविड की सेकेंड डोज को लेकर अभी 66 परसेंट पर चल रहे बिलासपुर जिले को 20 नवंबर तक शत प्रतिशत करने के लिए प्रशासन ने नई व्यवस्था लागू कर दी है. जिला बिलासपुर में अभी तक एक लाख से ज्यादा लोगों को कोविड की सेकेंड डोज नहीं लगी है. जिले में 34 हजार लोग ऐसे हैं जिनकी टीकाकरण की दूसरी डोज लगवाने की अवधि भी पूर्ण हो चुकी है, लेकिन वे डोज लगवाने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे. इसका सीधा असर प्रशासन के टारगेट पर पड़ा है.
यही वजह है कि अभी तक जिला छियासठ प्रतिशत पर खड़ा है, जबकि अब तक तो अस्सी फीसदी का आंकड़ा पार हो जाना चाहिए था. इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए उपायुक्त पंकज राय ने नई व्यवस्थाएं लागू की हैं जिसके तहत उपायुक्त सहित अन्य सरकारी कार्यालयों में अपने कार्य से आने वाले लोगों को टीकाकरण केंद्र में जाकर डोज लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
उपायुक्त ने अपने कार्यालय में एक नई व्यवस्था यह की है कि जिसे सेकेंड डोज लगनी है और उसने नहीं लगवाई है तो उसे एक स्लिप देकर डोज लगवाने अस्पताल भेजा जा रहा है. उपायुक्त का कहना है कि हर दिन सेकेंड डोज की डिटेल आपदा प्रबंधन सेल के ग्रुप में शेयर की जा रही है. हर दिन का अपडेट लिया जा रहा है और इसे रिव्यू भी किया जा रहा है.