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Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्रि के लिए सजा मां नैना देवी का दरबार - Shaktipeeth Shri Naina Devi

इस साल चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होंगे और इसका समापन 11 अप्रैल 2022 को होगा. चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. इस दौरान विधि-विधान से मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है. इसी कड़ी में विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी में चैत्र नवरात्रि को लेकर मंदिर को सजाने का (chaitra navratri 2022) काम पूरे जोर-शोर से शुरू हो गया है.

Chaitra Navratri 2022
Chaitra Navratri 2022

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Published : Mar 31, 2022, 3:51 PM IST

Updated : Mar 31, 2022, 4:25 PM IST

बिलासपुर: विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी में चैत्र नवरात्रि को लेकर मंदिर को सजाने का (chaitra navratri 2022) काम पूरे जोर-शोर से शुरू हो गया है. आने वाली 2 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि (when is chaitra navratri) शुरू हो रहे हैं. जिसके चलते मंदिर प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं.

पंजाब के श्रद्धालुओं द्वारा भी नवरात्रि के लिए मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और लाइटों के साथ (chaitra navratri 2022 ashtami) सजाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. मंदिर की भव्य सजावट का यह कार्य पंजाब की समाज सेवी संस्था के द्वारा किया जा रहा है. बता दें कि लगभग 8 कारीगर मंदिर की सजावट में दिन रात डटे हैं.

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कारीगरों का कहना है कि कल तक के सजावट का कार्य पूर्ण कर (chaitra navratri 2022 date Himachal) लिया जाएगा और माता के मंदिर को पूरी तरह से भव्य तरीके से सजा दिया जाएगा. मंदिर अधिकारी जगदीश शर्मा ने कहा कि चैत्र के नवरात्रि के लिए पंजाब के श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों और फूलों के साथ सजाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह कामना करते हैं कि इन नवरात्रि के दौरान माता नैना देवी जी मंदिर में आने वाले सब भक्तों और मंदिर प्रशासन पर अपनी कृपा बनाए रखें.

चैत्र नवरात्रि मनाने का कारण:कहा जाता है कि जब धरती पर म​हिषासुर का आतंक काफी बढ़ गया और देवता भी उसे हरा पाने में असमर्थ हो गए, क्योंकि महिषासुर का वरदान प्राप्त था कि कोई भी देवता या दानव उसपर विजय प्राप्त नहीं कर सकता. ऐसे में देवताओं ने माता पार्वती को प्रसन्न कर उनसे रक्षा का अनुरोध किया. इसके बाद मातारानी ने अपने अंश से नौ रूप प्रकट किए, जिन्हें देवताओं ने अपने शस्त्र देकर शक्ति संपन्न किया. ये क्रम चैत्र के महीने में प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर 9 दिनों तक चला, तब से इन नौ दिनों को चैत्र नवरात्रि के तौर पर मनाया जाने लगा.

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Last Updated : Mar 31, 2022, 4:25 PM IST

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