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बिलासपुर पुलिस ने दो जगहों पर लगाए हाईटेक CCTV कैमरे, चंद सेकंड में सामने होगी गाड़ी की डिटेल

बिलासपुर जिला में दो मुख्य स्थान नौणी और जामली में दो-दो हाईटेक सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं. यह एएनपीआर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के बाद फरार हुए मुजरिमों को एक निश्चित समयावधि के भीतर पकड़ने में पुलिस के लिए काफी मददगार साबित होंगे.

हाईटेक सीसीटीवी कैमरे स्थापित
हाईटेक सीसीटीवी कैमरे स्थापित

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Published : Dec 11, 2020, 10:29 AM IST

बिलासपुर: ट्रायल बेस पर बिलासपुर जिला में दो मुख्य स्थान नौणी और जामली में दो-दो हाईटेक सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं. ऑटोमैटेड नंबर प्लेट रीडर एएनपीआर नामक इन कैमरों के जरिए वहां से गुजरने वाले हर वाहन की पूरी डिटेल एक झटके में निकल जाएगी. यह एएनपीआर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के बाद फरार हुए मुजरिमों को एक निश्चित समयावधि के भीतर पकड़ने में पुलिस के लिए काफी मददगार साबित होंगे.

आपराधिक गतिविधियों पर रहेगी पैनी नजर

हालांकि जिला के चौराहों के साथ बॉर्डर एरिया के चौराहों पर पुलिस विभाग की ओर से 75 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि वहां से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. ये कैमरे ऐसे हैं कि वहां से गुजरने वाली प्रत्येक गाड़ी की नंबर प्लेट तो पढ़ लेते है, लेकिन आपात स्थिति में संदिग्ध गाड़ियों को ट्रेस करने के लिए कैमरे की पूरी फुटेज देखनी पड़ती है, जिसके लिए काफी वक्त जाया होता है. इस अवधि तक फरार अपराधी जिले की सीमा से बाहर होने में कामयाब हो जाते हैं.

दो जगहों पर हाईटेक कैमरे किए गए स्थापित

वहीं, अब हाल ही में विभाग द्वारा जो हाईटेक एएनपीआर नामक सीसीटीवी कैमरे नौणी चौक और जामली में लगाए गए हैं, वे किसी भी वाहन का तत्काल पूरा चिट्ठा खोल देंगे. यहां बता दें कि ऐसे सीसीटीवी कैमरे अभी दो ही मुख्य जगहों पर लगाए गए हैं. इसके बाद अन्य स्थानों पर कैमरे लगाए जाएंगे.

अभी तक 75 कैमरे लगाए गए

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित शर्मा ने बताया कि जिला के मुख्य चौक-चौराहों व बॉर्डर एरिया में 75 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं, लेकिन इन कैमरों में कैद डिटेल जांचने के लिए पूरी फुटेज खंगालनी पड़ती है, मगर नए सॉफ्टवेयर के जरिए तत्काल वाहनों को ट्रेस किया जा सकेगा. नौणी चौक व जामली में महंगी लागत के एएनपीआर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं. सॉफ्टवेयर के जरिए किसी भी वाहन को तत्काल ट्रेस किया जा सकेगा. पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा के प्रयासों से यह संभव हुआ है.

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