बिलासपुर: लंबे समय से लटके कीरतपुर से जड़ोल तक फोरलेन का निर्माण अब हरियाणा की गाबर कंपनी करेगी. कंपनी को दो हजार करोड़ का टेंडर आवंटित हुआ है. फोरलेन में रोड अलाइनमेंट में बदलाव के बाद बिलासपुर जिला प्रशासन की ओर से कमेटी गठित की गई है. यह कमेटी रिपोर्ट तैयार वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून की ओर से लगाई गई आपत्तियों को दूर करेगी. सामने आए तथ्यों के आधार पर नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया प्रस्ताव में आवश्यक संशोधन कर रिपोर्ट देहरादून को सबमिट करेगी. हरी झंडी मिलते ही फोरलेन का कार्य शुरू हो जाएगा.
बीच में ही काम छोड़कर चली गई थी कंपनी
बता दें कि फोरलेन निर्माण के दौरान रोड अलाइनमेंट में मनमर्जी से बदलाव किए जाने की शिकायत वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को गई थी. इस पर संज्ञान लेते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से आपत्तियां लगाते हुए काम बंद करने के आदेश जारी किए गए थे. पहले जिस कंपनी आईएलएफएस को निर्माण कार्य सौंपा गया था, प्रोजेक्ट में घाटा होने को लेकर विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए काम बीच में ही छोड़कर चली गई थी. उसके बाद कार्य बंद पड़ा था.