बिलासपुर: जिन कश्मीरी लड़कियों को घरों से बाहर निकलने तक कि इजाजत नहीं, जिन्हें सोशल मीडिया, फेसबुक, वाट्सएप चलाने तक कि इजाजत नहीं है, वो लड़कियां बिलासपुर में चल रहे राष्ट्रीय प्रोग्राम में अपनी संस्कृती की झलक दिखा रही हैं. यहां कुछ ऐसे युवा भी पहुंचे हैं जो की पहली बार कश्मीर से बाहर आए हैं.
कश्मीरी लड़कियों ने दिखाई अपनी संस्कृति की झलक, एक अलग दुनिया देखकर हुईं खुश! - कश्मीरी लड़कियां
जिन कश्मीरी लड़कियों को घरों से बाहर निकलने तक कि इजाजत नहीं, जिन्हें सोशल मीडिया, फेसबुक, वाट्सएप चलाने तक कि इजाजत नहीं है, वो लड़कियां बिलासपुर में चल रहे राष्ट्रीय प्रोग्राम में अपनी संस्कृती की झलक दिखा रही हैं.
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इन युवाओं का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि कश्मीर के बाहर की दुनिया ऐसी है. वो हैरान हैं कि यहां रात को 10 बजे भी लोग शांति से घूम रहे हैं. उनके वहां तो रात 8 बजे के बाद बाहर निकलना बंद हो जाता है.
इन लोगों का कहना है कि आज कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में जो 80 फीसदी चूल्हे जल रहे हैं वो सिर्फ आर्मी की वजह से है. अगर आर्मी नहीं होती तो घाटी में लोगों का रहना तक मुश्किल हो जाता. युवाओं का कहना है कि अगर घाटी से आतंकवाद खत्म करना है तो रोजगार के अवसर देने होंगे और शिक्षा भी.