बिलासपुर: विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की गुप्त नवरात्रि बड़ी धूमधाम समाप्त हो गई है. समापन के दिन गुप्त नवरात्रि में लाखों श्रद्धालुओं ने माता जी के दर्शन किए और आर्शीवाद लिया.
गुप्त नवरात्रि के गुप्त नवरात्रि के दौरान मंदिर न्यास द्वारा श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया, जहां पर श्रद्धालुओं ने हवन यज्ञ किया और कन्या पूजन करके अपने घर परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की.
साल भर में प्रदेश के शक्तिपीठों पर 4 नवरात्रि मनाई जाती हैं, जिनमें दो गुप्त नवरात्रि आषाढ़ मास और माघ मास के शुक्ल पक्ष के चैत्र और अश्विन मास में नवरात्रि मनाई जाती हैं.
गुप्त नवरात्रि का महत्व
गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक और अघोरी आधी रात में मां दुर्गा की पूजा करते हैं. इस दौरान वो चमत्कारी शक्तियां और तंत्र-मंत्र सिद्धि पाने के लिए पूजा करते हैं. मान्यता है कि इस दौरान साधना करने से विशेष तांत्रिक शक्तियां हासिल होती हैं. समान्य साधक भी अगर गुप्त नवरात्रि के दौरान पूजा करता है, तो उसे नौ गुने अधिक फल की प्राप्ति होती है.