बिलासपुर:कंदरौर के निकट पनोह में फोरलेन एक्सप्रेस- हाईवे- (Panoh Fourlane Express Highway)से विस्थापित हुए किसानों ने कीरतपुर –नेरचौक फोरलेन विस्थापित समिति के तत्वावधान में सड़क निर्माण कंपनी और सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगाकर विरोध (protest in bilaspur )जताया. समिति के प्रचार सचिव रणवीर सिंह ठाकुर ने बताया कि दो दर्जन से अधिक गांवों के हजारों लोगों के पुराने रास्तों व सड़क सुविधा को पूरी तरह से नष्ट किया गया.
उन्होने कहा कि पनोह , सनौर , कंदरौर , मलयावर , मंदरीघाट ,चलैहली , फटोह , बल्ह , रोपा , सारटी , टकरेहडा , कुह मझवाड़ , तरौंतड़ा , तलयाना , हरलोग , हवान , गहरा , नैन गुजरां , रोहिण , त्रिफालघाट , समेला , बल्ह चुरानी , कुहघाट आदि पंचायतो के हजारों ग्रामीणों की बार -बार की मांग के बावजूद भी निर्माण कंपनी द्वारा उनकी समस्याओं को हल नहीं किया जा रहा.
उन्होने बताया कि पनोह चौक पर स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों को सड़क आर-पार करने के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई. जबकि हर रोज सैकड़ों बच्चे स्कूल आने जाने के लिए इस फोरलेन को पैदल चल कर आर-पार करते हैं. पिछले दिनों एक स्कूली छात्र बुरी तरह से घायल हो गया था ,जबकि अन्य तीन- चार घटनाएं उससे पूर्व इस स्थल पर हो चुकी. उन्होने बताया कि इस स्थल पर विधायक भी आए थे और उन्होने स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर समस्या के हल का आश्वासन दिया था.
फोरलेन समिति ने फोरलेन निर्माण कंपनी और जिला प्रशासन और एनएचएआई के अधिकारियों से आग्रह किया है कि पनोह में लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए ग्रामीणों के साथ पनोह में ही एक बैठक आयोजित की जाए. उन्होने कहा किसोमवार को विस्थापित समिति का एक शिष्टमंडल इस संबंध में उपायुक्त पंकज राय से मिलेगा और उन्हें अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपेगा.
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