बिलासपुर: कोरोना जांच के मामले में हिमाचल प्रदेश में चार जिले सकारात्मक तरीके से काम कर रहे हैं. राज्य सरकार की ओर जारी 23 से 29 नवंबर की साप्ताहिक रिपोर्ट में टेस्टिंग के लिए आबादी के लिहाज से तय किए गए लक्ष्य में इन चार जिलों बिलासपुर, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति और शिमला ने लक्ष्य को पार किया है, जबकि बाकी जिले टेस्टिंग के लक्ष्य से पीछे हैं.
पॉजिटिवटी रेट में बढ़ोतरी
दूसरी ओर, हमीरपुर, कांगड़ा शिमला व सोलन जिलों में संक्रमण फैलने की दर दर परसेंट बढ़ी है. वहीं, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, शिमला और मंडी में पॉजिटिविटी रेट की प्रतिशतता दोहरे अंक में पहुंच गई है. प्रदेश के चार जिलों ने टारगेट से बढ़कर काम किया है और सरकार ने भी इन जिलों के काम पर संतोष जाहिर किया है, जबकि शेष जिलों को तय समय पर टारगेट हासिल करने के लिए कहा गया है.
तय किया गया टेस्टिंग का लक्ष्य
शिमला में आयोजित मीटिंग में मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के डीसी और एसपी को इस दिशा में सकारात्मक परिणाम देने को लेकर निर्देशित किया है. प्रदेश में जनसंख्या के हिसाब से टेस्ट का लक्ष्य तय किया गया है. इसके तहत हर हफ्ते एक लाख की जनसंख्या पर छह सौ टेस्ट किए जाएंगे. लेकिन टेस्टिंग में कई जिले पिछड़े हैं जिस पर सरकार ने संज्ञान लिया है.
साप्ताहिक रिपोर्ट के आंकड़ों पर नजर
साप्ताहिक रिपोर्ट के आंकड़ों पर गौर करें तो बिलासपुर जिला में कुल टेस्ट 2415 किए गए, जबकि लक्ष्य 2300 दिया गया था. 142 पॉजिटिव केस सामने आए और दो लोगों की मौत हुई है, जबकि जिला का पॉजिटिविटी रेट 5.9 परसेंट है. इसी तरह कांगड़ा जिला में 9000 लक्ष्य के मुकाबले 9040 टेस्ट किए गए हैं, कांगड़ा का पॉजिटिविटी रेट 6.9 परसेंट है. लाहौल-स्पीति जिला में 200 लक्ष्य के मुकाबले 1122 टेस्ट किए गए और 120 केस पॉजिटिव पाए गए. लाहौल का पॉजिटिविटी रेट 10.6 परसेंट है. इसके साथ ही शिमला में 5000 लक्ष्य के मुकाबले 5492 टेस्ट कर लक्ष्य हासिल किया गया और 756 केस पॉजिटिव पाए गए और सर्वाधिक 38 मौतें दर्ज की गई हैं तो वहीं इस जिला में पॉजिटिविटी रेट 13.8 परसेंट है.
यह है पॉजिटिविटी रेट
किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी और शिमला जिलों में पॉजिटिविटी रेट की परसेंटेज दोहरे अंक में पहुंच गई है. किन्नौर जिला की 11.7 प्रतिशत, कुल्लू की 29.3, लाहौल-स्पीति की 10.6, मंडी की 32.8 और शिमला जिला की 13.8 प्रतिशत है.