बिलासपुर: जिला अस्पताल में लगभग तीन सालों से कागजों में दफन शव गृह का निर्माणकार्य आखिरकार शुरू हो गया है. युद्धस्तर पर चल रहे शव गृह का निर्माण कार्य कुछ महीने के भीतर पूरा हो जाएगा.
बता दें कि 40 लाख रूपये की लागत से जिला अस्पताल में बन रहा शव गृह पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से लैस होगा. यह शव गृहजिला अस्पताल के आपातकाल ओपीडी के साथ ही बनाया जा रहा है. हालांकि, इस स्थान को लेकर कुछ आपतियां भी सामने आई, लेकिन जिला प्रशासन ने सारी व्यवस्थाओं को देखते हुए इसी स्थान पर शव गृह बनाने का निर्णय लिया.
गौरतलब है कि क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में 2017 में कांग्रेस कार्यकाल के समय इसकी आधारशिला पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने रखी थी. हालांकि, बाद में इस स्थान को लेकर आपत्तियां सामने तो आई, लेकिन पूर्व सरकार के निर्णय व जिला प्रशासन के निरीक्षण करने के बाद उक्त स्थान पर अंतिम मुहर लगाई गई.
हालांकि, पहले पुराने शव गृह के साथ नीचे वाली जगह पर शव गृह बनाने की योजना बनाई जा रही थी, लेकिन यह स्थान एमसीएच यानि मदर हेल्थ एंड चाइल्ड विंग के लिए चिन्हित किया गया है. ऐसे में अस्पताल प्रशासन व जिला प्रशासन के निरीक्षण के बाद शव गृह को आपातकाल ओपीडी के साथ बनाने का निर्णय लिया गया जिसका कार्य तेजी से चला हुआ है.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 40 लाख रूपये की लागत से बनने जा रहा शव गृह में आधुनिक सुविधाएं होगी. इस शव गृह में आइस फ्रीज की भी सुविधा होगी. इसके साथ ही इसमें डॉक्टर रूम, पुलिस रूम, वेटिंग एरिया सहित पोस्टमार्टम हॉल होगा.
वहीं, दूसरी ओर एमसीएच सेंटर भी करोड़ों रूपये की लागत से बनने जा रहा है. इस सेंटर का निर्माणकार्य भी जल्द शुरू होगा. इस कार्य की ड्राइंग भी पूरी तरह से बनकर तैयार हो गई है. साथ ही शिमला निदेशालय की ओर से इस ड्राइंग को अप्रूवल भी मिल चुकी है. दस्तावेजी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए बाद यह कार्य भी शुरू हो जाएगा जिससे एक छत के नीचे गर्भवती महिलाओं को सब सुविधा मिलेगी. वहीं, बिलासपुर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनके भारद्वाज का कहना है कि शव गृह का निर्माण कार्य तेजी से चला हुआ है. कुछ महीने के भीतर यह शव गृह बनकर तैयार हो जाएगा.