हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / city

बिलासपुर में वरिष्ठ नागरिकों का 83 प्रतिशत हुआ टीकाकरण, 28 दिन के बाद लगेगी दूसरी डोज

कोविड- 19 का टीकाकरण अभियान धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है. सीएमओ डॉ. प्रकाश चंद दरोच ने बताया कि अब तक किसी को भी टीका लगाने से कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नहीं हुआ. टीकाकरण के बाद मामूली बुखार, टीका लगाने की जगह मामूली दर्द का होना और शरीर में दर्द होना जैसे प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं.

कोरोना वैक्सीनेशन, बिलासपुर
कोरोना वैक्सीनेशन

By

Published : Mar 10, 2021, 3:29 PM IST

बिलासपुरः जिला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से कोविड- 19 का टीकाकरण अभियान धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है. इसी के चलते टीकाकरण के तीसरे चरण के तहत साठ वर्ष से अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों का लगभग 83 प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है, जबकि फ्रंट लाइन वर्क्स का 91 प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है.

वहीं, जिला में तीसरे चरण के तहत आरएच बिलासपुर, नागरिक चिकित्सालय बरठीं व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झंडूता में टीकाकरण किया जा रहा है. इस अभियान के तहत 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को करीब 1100 टीके लगे और 45 से 59 वर्ष के 12 लोगों का टीकाकरण हो चुका है.

वीडियो रिपोर्ट.

टीका लगाने से कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नहीं

सीएमओ डॉ. प्रकाश चंद दरोच ने बताया कि अब तक किसी को भी टीका लगाने से कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नहीं हुआ. टीकाकरण के बाद मामूली बुखार, टीका लगाने की जगह मामूली दर्द का होना और शरीर में दर्द होना जैसे प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं.

28 दिन के बाद लगेगी दूसरी डोज

इसलिए वह व्यक्ति को टीका लगाने के बाद आधा घंटा अपनी निगरानी में रखते हैं, घर जाने से पहले मरीज को एक हैल्पलाइन नंबर भी देते हैं. कुछ भी होने पर वैक्सीन लगवाने वाले को वहां से मदद मिल जाती है. उन्होंने बताया कि वैक्सीन की एक डोज लगवाने के बाद 28 दिन के बाद दूसरी डोज लगवाई जाती है और उसके बाद 14 दिन शरीर रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाने में लगा देता है.

टीकाकरण दौरान नहीं हुई किसी की मौत

सीएमओ ने बताया कि कोविड-19 का टीका बिलकुल सुरक्षित प्रमाणित है. किसी प्रकार की गलत अफवाहों व भ्रांतियों पर भरोसा न करें. उन्होंने कहा कि अभी तक बिलासपुर जिले में कोविड-19 के टीकाकरण के दौरान किसी की भी मौत नहीं हुई है. उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि ये टीके चरणबद्ध तरीके से सभी को लगाए जा रहे हैं.

पढ़ें:हिमाचल की सेहत का हाल: सीटी स्कैन मशीन की कीमत 55 लाख, मरम्मत पर खर्च कर दिए 2.77 करोड़

ABOUT THE AUTHOR

...view details