बिलासपुरःपहले चरण के पंचायती राज चुनावों में जिला बिलासपुर में 22 साल की बेटी जागृति शैल ने पंचायत प्रधान का चुनाव जीतकर इतिहास रचा दिया है. नवनिर्वाचित यह पंचायत प्रधान अभी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लॉ स्टूडेंट हैं. लॉ में नव निर्वाचित पंचायत प्रधान का चौथा सेमेस्टर है, लेकिन अपनी पढ़ाई के दौरान ही इस छात्रा ने पंचायत चुनाव लड़ने का निर्णय लिया और जीत दर्ज कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा दिया है.
इस कारण लिया चुनाव लड़ने का फैसला
बता दें कि अब तक जिला बिलासपुर में सबसे कम उम्र की पंचायत प्रधान जागृति शैल बनी हैं. पंचायती राज चुनावी प्रक्रिया के अंतर्गत जारी थी, लेकिन पंचायत स्तर पर लगातार हो रही धांधलियों के अलावा रिश्वतखोरी को लेकर लगातार उजागर हो रहे मसलों के चलते जागृति शैल ने पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला लिया. बाकायदा पंचायत प्रधान का चुनाव लड़ने के लिए परिवार के साथ चर्चा की, जिसमें इन्हें अपने पिता हेमराज शैल और मां मामता भावना के अलावा अन्य परिजनों का सहयोग भी मिला. जागृति शैल के पिता पंडित का कार्य भी करते हैं. वहीं, माता गृहणी हैं.
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जागृति शैल ने परिवार का सहयोग मिलने के बाद अपना अभियान चुनाव प्रचार शुरू कर दिया. पंचायत प्रधान के इस चुनाव में 8 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया है. इसमें इससे पहले जिला परिषद का चुनाव लड़ चुके या फिर बीडीसी या फिर अन्य पदों पर रह चुके प्रत्याशियों ने भी अपना भाग्य आजमाया, लेकिन जागृति शैल ने सभी प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज करवाई है.