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Ropeway to Luhnu Bandladhar: 150 करोड़ की लागत से लुहणू बन्दलाधार के लिए बनेगा रोपवे

बिलासपुर में लूहणूघाट से लेकर बन्दलाधार तक रोपवे (Ropeway to Luhnu Bandladhar) बनाने की कार्य योजना केंद्र सरकार ने बना ली है. इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर यह जानकारी उपलब्ध करवाई है. बिलासपुर में (Ropeway will be built in Bilaspur) प्रस्तावित रोपवे के लिए केंद्र की ओर से 150 करोड़ रुपये का बतौर बजट भी रखा गया है. जिसकी जानकारी ट्वीटर के माध्यम से केंद्रीय मंत्री ने दी है.

Ropeway to Luhnu Bandladhar
लुहणू बन्दलाधार के लिए बनेगा रोपवे

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Published : Dec 25, 2021, 7:24 PM IST

Updated : Dec 25, 2021, 8:45 PM IST

बिलासपुर: भाखड़ा विस्थापितों का शहर बिलासपुर अब पर्यटन की दृष्टि से और अधिक विकसित होगा. शहर के लूहणूघाट (Ropeway to Luhnu Bandladhar) से लेकर बन्दलाधार तक रोपवे बनाने की कार्य योजना केंद्र सरकार ने बना ली है. इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर यह जानकारी उपलब्ध करवाई है. साथ ही हिमाचल वासियों को अन्य रोपवे की भी सौगात दी है.

बिलासपुर में प्रस्तावित रोपवे के लिए केंद्र की ओर से 150 करोड़ रुपये (Ropeway will be built in Bilaspur) का बतौर बजट भी रखा गया है. जिसकी जानकारी ट्वीटर के माध्यम से केंद्रीय मंत्री ने दी है. वही, जानकारी प्राप्त हुई है कि सोमवार को हिमाचल के मंडी दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी आधारशिला रखेंगे. मंडी के पड्डल में आयोजित विशाल रैली में प्रधानमंत्री इसकी घोषणा करने जा रहे है.

गौरतलब है कि बिलासपुर को पर्यटन (Ropeway will be built in Himachal) की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रदेश सरकार भी कार्य पर लगी हुई है. सर्वप्रथम प्रदेश सरकार ने बिलासपुर की बन्दलाधार को विकसित करने के लिए यहां पर पैराग्लाइडिंग साइट को अप्रूवल दी. जिसके बाद यहां पर ऑल इंडिया लेवल की एक्रो चैंपियनशिप आयोजित की गई. जिसमें देशभर के पायलटों ने यहां ओर भाग लिया.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ट्वीट (साभार सोशल मीडिया).

वही, अब रोपवे बनने से एक तरह जहां पर्यटक की दृष्टि (150 crores ropeway in Bilaspur) से विकसित होगा तो वहीं, बन्दलाधार के गांव में रह रहे (PM Modi Himachal tour) लोगों को इसका अधिक लाभ मिलेगा, क्योंकि बंदलाघार में जाने के लिए सरकार द्वारा मात्र बसों की ही सुविधा दी गई है. वहीं, यह बस सेवा मात्र दिन में 2 से 3 बार ही जाती है. ऐसे में रोपवे के माध्यम से लोगों को यहां से आने जाने में सुविधा मिलेगी तो वहीं, लोगों को यहां पर रोजगार के साधन भी खुलेंगे. वहीं, लूहणूघाट से प्रस्तावित रोपवे का दृश्य काफी आकर्षित रहेगा, क्योंकि एक तरफ गोबिंद सागर झील का किनारा तो साथ में रोपवे पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी.

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Last Updated : Dec 25, 2021, 8:45 PM IST

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